TRP क्या है ? TRP kya hai

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TRP kya hai : आपने अक्सर सुना होगा कि इस चैनल की या इस शो की TRP कम है या इसकी ज्यादा है, तो आपके मन में यह सवाल जरूर आया होगा कि आखिर ये TRP Kya hai
अगर आपके मन में भी यह सवाल है तो इसका जवाब आपको इस आर्टिकल में मिलने वाला है। आज के इस आर्टिकल में हम यह विस्तार से जानेंगे कि TRP क्या है ( TRP kya hai )

TRP kya hai

अनुक्रम

TRP क्या है? ( TRP kya hai )

TRP एक यूनिट है, या यह एक तरीका है, जिससे यह पता लगाया जा सकता है, कि कोई शो या प्रोग्राम कितना ज्यादा पॉपुलर है। जिस प्रोग्राम की TRP जितनी ज्यादा होती है, उस प्रोग्राम को उतने ज्यादा लोग देखते होंगे, जिससे एक अंदाजा लग जाता है, कि कौन सा शो कितना ज्यादा पॉपुलर है। जिस शो की TRP ज्यादा होगी, उस शो पर उतने ज्यादा marketers और advertisers आएंगे। TRP ज्यादा हैं, यानी ज्यादा लोग देख रहे है, जिससे जिस प्रोडक्ट या सर्विस की ज्यादा मार्केटिंग हो रही है, उसकी conversion/selling ज्यादा होगी।

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TRP का फुल फॉर्म?

TRP फुल फॉर्म है, Target Rating Point या Television Rating Point।

उम्मीद है कि अब आपको समझ में आ गया होगा कि TRP kya hai?
आईए अब हम TRP के बारे में और भी ज्यादा जानकारी प्राप्त करते हैं

TRP कैसे Calculate की जाती है?

TRP की कैलकुलेट करने का नाम, Broadcast Audience Research Council (BARC) का होता है।

यह काउंसिल BAR-O-Meters नाम के डिवाइसेज 45,000 घरों में लगाती है, और यह डिवाइस यह चेक करता है, कि टीवी पर कौन सा शो चल रहा है। हर गुरुवार को फिर उस डिवाइस से रीडिंग ली जाती है, कि पिछले हफ्ते में कौन-कौन से शो देखे गए हैं।

लेकिन इससे एक्चुअली टीआरपी पता नहीं चलती, क्योंकि इंडिया की पापुलेशन 135 करोड़ है और इंडिया के कुल 30 करोड़ घरों में से 20 करोड़ घरों में टीवी है। यानी 20 करोड़ घरों के लिए सिर्फ 45,000 BAR-O-Meters, इतने कम BAR-O-Meters से तो सिर्फ 0.0225% लोगों के बारे में ही पता लगाया जा सकता है, की वह कौन सा शो देखते हैं। इसीलिए ज्यादा BAR-O-Meters लगाने की जरूरत है। जिससे एक्यूरेट डेटा मिल पाएगा।

TRP कैलकुलेट करने की प्रक्रिया!

TRP कैलकुलेट करने के लिए, denominator (विभाजक) मैं उस संख्या को रखा जाता है, जितने टारगेटेड लोग उस एरिया में रहते हैं, और numerator (मीटर) में उसी संख्या को रखा जाता है,‌ जितने इंप्रेशंस उस टारगेटेड लोगों को दिखाए गए, और दोनों संख्याओं को आपस में डिवाइड करने के बाद 100 से मल्टिप्लाई किया जाता है, जिससे टीआरपी निकलती है।

TRP में यह चीज भी मायने रखती है, की लोग कितनी देर तक किसी शो को देख रहे है। अगर 50 लोग भी सिर्फ 1 मिनट के लिए किसी शो को देखते है, और 10 लोग किसी शो को 10 मिनट देखते है, तो दूसरे शो की TRP ज्यादा होगी।

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TRP से चैनल पैसे कैसे कमाते हैं?

TRP अगर किसी चैनल का ज्यादा है, तो जाहिर सी बात है, उस चैनल को ज्यादा लोग देखते होंगे, और उस शो को देर भी देखा जा रहा होगा। Marketers, Advetisers और ब्रांड्स यह सभी रिपोर्ट्स पर ध्यान देते है, और जिस चैनल की TRP ज्यादा होगी, उस चैनल पर ज्यादा advetisers आएंगे। जिन चैनल्स की TRP ज्यादा होती है, वे चैनल्स ज्यादा चार्ज करते है, ADVETISMENTS का, किसी किसी चैनल्स में ADVETISMENTS के रेट रात के समय, लगभग 8,000 से 10,000 प्रति सेकण्ड्स होते हैं। ऐसे में चैनल्स की कमाई काफी ज्यादा होती है, advetisements में। जिस चैनल की TRP सबसे ज्यादा उस चैनल्स के Ads रेट सबसे ज्यादा।

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TRP क्यों फायदेमंद नहीं है?

TRP से हमें यह तो पता चल जाता है, कि कितने लोग उस शो को देख रहे हैं, लेकिन फिर भी, हमें TRP से लोगों के बारे में जानकारी नहीं मिलती। यूजर के बारे में जानकारी ना होने के कारण, मार्केटर्स या एडवरटाइजर्स उसे उसके पसंदीदा प्रोडक्ट के बारे में ads नहीं दिखा पाते। (उदाहरण:- किसी आदमी को महिलाओं के मेकअप प्रोडक्ट्स के ads देख कर क्या फायदा) इसीलिए, तो टेलीविजन पर किसी शो के दौरान ads काफी ज्यादा आती है, क्योंकि हर एक प्रकार के व्यक्ति को टारगेट करना होता है। किसी शो में बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए ads दिखाए जाते हैं, जिससे, शो को काफी लंबा खींचना पड़ता है। इसलिए आजकल टेलीविजन के यूजर्स काफी कम हो रहे हैं, और लोग मोबाइल पर कंटेंट देखना ज्यादा पसंद करते हैं। इंटरनेट से यूजर की जानकारी मार्केटर्स, एडवरटाइजर्स या ब्रांड्स के पास पहुंच जाती है, जिससे सिर्फ एक या दो ads में ही काम चल जाता है, और अगर यूजर को ads में इंटरेस्ट ना हो, तो वह ads को skip भी कर सकता है, जिससे उसे अगली बार नए तरह के ads मिलेंगे और ज्यादा देर तक ads को देखना भी नहीं पड़ेगा। इसीलिए मार्केटर्स, एडवरटाइजर्स या ब्रांड्स अब YOUTUBE या GOOGLE पर ads देना ज्यादा पसंद करते हैं।

TRP Scam kya hai?

TRP BAR-O-Metre से measure की जाती है, और BAR-O-Metre किन घरो में लगे है, यह पता चल जाए, तो TRP को बदला जा सकता है। इंडिया में सिर्फ 45,000 BAR-O-Metre ही लगे है, सिर्फ कुछ घरो के बारे में ही पता चलता है, तो आसानी से TRP के नंबर्स में, फेर-बदल किया जा सकता हैं। जिन घरो में BAR-O-Metre लगे है, उन घरों की जानकारी काफी गुप्त रखी जाती है। जिससे TRP के नंबर्स में कुछ गड़बड़ ना की जा सके।

TRP Ghotala kya hai?

Republic TV पर यह आरोप है, की उनके चैनल ने TRP का घोटाला किया है, MUMBAI POLICE द्वारा। क्योकि BAR-O-Metre लगाने का काम BARC ने Hansa Research GROUP को दिया है, HANSA RESEARCH के अधिकारी नितिन देवकर की शिकायत पर 6 अक्टूबर को मुंबई पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज की थी, और जांच शुरू की थी।

यह बात सामने आयी की Hansa Research Group के कुछ पुराने Employee इस स्केम में मिले हुए थे, उन्हें घुस देकर, Bar-O-Metre के आंकड़ों में छेड़खानी करने को कही गयी थी। लोगो को पैसे देकर दूसरे चैनल्स को घंटो तक चलाने को खा गया था। कुछ इस प्रकार TRP के आंकड़ों में छेड़खानी की गयी थी। लेकिन Republic TV ने इस आरोप को नकार दिया।

Top TRP Shows of 2021

Kundali Bhagya

Anupama

Kum Kum Bhagya

Naagin

Yeh Hai Chahatein

Kasautii Zindagii Kay

Kullfi Kumarr Bajewala

Fear Factor: Khatron Ke Khiladi

Divya Dristi

Big Boss

Shakti — Astitva Ke Ehsaas Ki

Dance Plus

Nach Baliye

Nazar

Yeh Rishtey Hain Pyaar Ke

Yehh Jadu Hai Jinn Ka

Conclusion

आजके इस आर्टिकल में हमने जाना की, TRP क्या है?, TRP क्यों फायदेमंद नहीं है? और TRP का फुल फॉर्म? साथ ही साथ हमने यह भी जाना की, TRP कैसे Calculate की जाती है?, TRP से चैनल पैसे कैसे कमाते हैं? और TRP का किस तरह से स्केॅम होता है? और Top TRP Shows of 2020.

अगर आप ऐसे ही कमाल के आर्टिकल और पढ़ना चाहते है, तो नोटिफिशन ऑन करे और जैसे हमारी वेबसाइट पर कोई नया आर्टिकल आएगा आपको उसका नोटिफिशन मिल जाएगा।

आज के आर्टिकल मे बस इतना ही। आपसे मुलाक़ात होगी फिर किसी और रोमांचक टॉपिक के साथ। तब तक के लिये जय हिंद।