सूरज से 1700 गुना ज्यादा बढ़ा है यह तारा। How many types of stars are there in Universe | Biggest Star in Universe

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क्या आपने कभी सोचा है, हमारी ब्रह्मांड में सूरज से 1700 गुना ज्यादा बड़ा Star एक्जिस्ट कर सकता है , और हमारे ब्रह्मांड में कितने प्रकार के स्टार्स एक्सिस्ट करते हैं। और साथी इस आर्टिकल में हम आपको डायमंड से बना एक स्टार के बारे में भी दिखाएंगे, जिसे देखने के बाद आप पूरी तरह से चौक जाओगे। तो एकदम अंत तक इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़िए, और अगर आप इस विषय पर वीडियो देखना चाहते हो तो देख सकते है।

सबसे पहले हम आपको ब्रह्मांड में कितने प्रकार के तारे एक्सिस्ट करते हैं, उसके बारे में बताएंगे। तो हमारे ब्रह्मांड में छे प्रकार के तारे एक्सिस्ट करते हैं।

अनुक्रम

Yellow Dwarf Star

मिल्की वे गैलेक्सी में 10% star Yellow Dwarf है, और हमारा sun भी एक yellow ड्वार्फ ही है। जितने भी yellow ड्वार्फ स्टार होते है, उनका सरफेस temperature 6000 ℃ तक होता है, लेकिन core में इनका टेम्परेचर काफी ज्यादा होता है, जैसे की हमारे Sun का टेम्परेचर ही 1.5 करोड़ ℃ है। यानी की येलो ड्वार्फ का कोर temperature काफी ज्यादा होता है।
और क्या आपको पता है , Yellow Dwarf star समय के साथ-साथ बड़े होते जाते हैं, और हमारा सन भी समय के साथ साथ बढ़ता जा रहा है, और यह एक दिन इतना बड़ा हो जाएगा कि यहां मरक्यूरी और वीनस ग्रह को निकल जाएगा, और शायद पृथ्वी को निकल जाए। यानी सन जो आज हमारे लिए भगवान है, वही एक दिन हमारे लिए राक्षस बन जाएगा। यह काफी चौका देने वाली बात है, इसके बारे में विस्तार से हम किसी और आर्टिकल में डिस्कशन करेंगे। सबसे कमाल की बात यह है, कि जैसे-जैसे Yellow Dwarf बड़े होते जाते हैं, और जब अपनी लाइफ के फाइनल स्टेज के करीब पहुंचते हैं, तब वह रेड जॉइंट्स में तब्दील हो जाते हैं। क्योंकि स्टार के पास हाइड्रोजन पूरी तरह से खत्म हो जाती है। और जब Yellow Dwarf स्टार रेड जायंट के स्टेज में पहुंचता है, तब उसकी स्टार की बाहर की लेयर स्पेस में बिखर जाती है, और उसके साथ-साथ स्टार में जो हल्के एलिमेंट्स होते हैं, वह भी स्पेस में बिखर जाते हैं, लेकिन जो हैवी एलिमेंट्स होते हैं, जैसे कि कार्बन और ऑक्सीजन वह स्टार के कोर में ही रह जाते हैं, और इससे रेड जॉइंट के बाद Yellow Dwarf की तीसरी स्टेज आ जाती है, वह होता है ,वाइट Dwarf।

सूर्य भी एक Yellow Dwarf है

White Dwarf Star

वाइट ड्रॉफ ऐसे स्टार्स होते हैं, जो किसी येलो ड्रॉफ या मीडियम Red Giant Star के मरने के बाद बनते हैं। वाइट ड्रॉफ की डेंसिटी बहुत ज्यादा होती है, क्योंकि इनका वजन अपने पेरेंट्स स्टार के मांस के लगभग आधा होता है, जबकि इनका डायमीटर किसी प्लेनेट जितना ही होता है, ऐसे में काफी सारा मास एक जगह कॉन्सन्ट्रेट हो जाता है, जिसके कारण इनकी डेंसिटी काफी ज्यादा बढ़ जाती है। कैलकुलेशन के हिसाब से इनकी डेंसिटी हमारे अर्थ से लगभग 2 से सवा दो लाख गुना ज्यादा होती है। यानी वाइट ड्राफ के एक छोटे से टुकड़े का वजन भी सैकड़ों करोड़ टन होगा।
सबसे चौंकाने वाली बात वाइट ड्रॉफ के बारे में यह है, कि इनका अंत दो तरीकों से होता है, या तो यह सुपरनोवा बनकर फट जाते हैं, या फिर यह काफी शांति से अपना दम तोड़ते हैं। अगर आपको सुपरनोवा के बारे में जानना हैं, तो हम उसके ऊपर जल्द से जल्द आर्टिकल लेकर आएंगे। लेकिन वाइट ड्रॉफ का जो दूसरा प्रकार का अंत होता है, वह काफी चौंकाने वाला है, क्योंकि वाइट ड्रॉफ में काफी ज्यादा गर्मी होती है जब वह बनते हैं, लेकिन धीरे-धीरे उनके अंदर से गर्मी स्पेस में रेडिएट होना चालू हो जाती है, और धीरे-धीरे वाइट ड्रॉफ स्टार ठंडा होना शुरू हो जाता है, और वह ब्लैक ड्राफ में तब्दील हो जाता है, लेकिन यह प्रोसेस काफी लंबा होता है, यह प्रोसेस इतना लंबा होता है, कि आज तक एस्टॉनोमर्स को एक भी ब्लैक ड्रॉफ नहीं मिला, क्योंकि हमारी यूनिवर्स की इतनी उम्र हुई ही नहीं है, कि उसमें बैल्क ड्रॉफ बन सके। क्योंकि 13.8 बिलियन वर्षों में एक ब्लैक ड्रोफ नहीं बन सकता। वाइट ड्रॉफ हमारे यूनिवर्स के बहुत ही कमाल की चीजों में से एक हैं।

White Dwarf कुछ ऐसे दीखते है

Red Giants, Supergiants

Red Giants stars, तब बनते हैं, जब कोई यल्लो ड्रॉफ अपने लाइफ के फाइनल स्टेज में पहुंच जाता है, लेकिन जब वह यल्लो ड्रॉफ स्टार 10 सोलर मास से ज्यादा बड़ा हो तब वह स्टार रेड सुपरजाइंट्स बन जाता है। एक सोलर मास यानी जितना हमारे सन का मास है। Red Giants का डायमीटर हंड्रेड मिलियन से लेकर 1 बिलियन किलोमीटर तक पहुंचाता है, जो हमारे सन से 100 से लेकर हजार गुना तक ज्यादा बढ़ा हो सकता है। जो छोट रेड जॉइंट स्टार होते हैं, हमारे सन के आकार के वह मरने के बाद वाइट ड्रॉफ में कन्वर्ट हो जाते हैं, जबकि जो बड़े-बड़े रेड जाइंट्स होते हैं, हमारे सन से 20 से 25 गुना ज्यादा बड़े वह, न्यूट्रॉन स्टार में तब्दील हो जाते हैं। आमतौर पर रेड जाइंट्स और सुपरजाइंट्स का तापमान कम होता है, क्योंकि इस टाइप के स्टार्स में एनर्जी ज्यादा बड़े एरिया में डिस्ट्रीब्यूटर होती है, जिसके कारण पर यूनिट एरिया में एनर्जी ज्यादा नहीं आ पाती, इसलिए इस स्टार का सरफेस टेंपरेचर 2200 से लेकर 3200 °C तक होता है। और अपने फ्यूल को धीरे धीरे जलाते हैं, जिसके कारण इनका लाइफ स्पैन काफी ज्यादा होता है।

Red Giant कुछ एसें दिखते है

Neutron Star

यह Star हमारे लिस्ट के सबसे कमाल का स्टार है, काफी खतरनाक और चौंकाने वाला। ब्लैक होल के बाद यह हमारे यूनिवर्स के सबसे डेंस ऑब्जेक्ट्स है। क्योंकि जैसा कि हमने पहले बताया, यह स्टार तब बनते हैं, जब सूर्य से 20 या 25 गुना ज्यादा बड़ा सितारा दम तोड़ कर सुपरनोवा में तब्दील हो जाता है। और जो चार्ज पार्टिकल्स होते हैं, जैसे कि इलेक्ट्रॉन और प्रोटॉन, वह सुपरनोवा एक्सप्लोजन में लाखों-करोड़ों लाइट ईयर दुर फेंके के जाते हैं, और सिर्फ न्यूट्रॉन बच जाते हैं, जो कि ग्रेविटी के मदद से, वापस जुड़ जाते हैं, और इस बार वह इस तरह से जूड़ते हैं, की यूनिवर्स के दूसरे सबसे डेंस ऑब्जेक्ट बन जाते हैं। क्योंकि इस बार को इलेक्ट्रोस्टेटिक फोर्स नहीं है, जो उन्हें एक दूसरे से दूर बनाकर रखें, क्योंकि न्यूट्रॉन न्यूट्रल होते हैं। जिससे यह काफी टाइटली जुड़ जाते हैं। और इनका डायमीटर पर 10 से 15 किलोमीटर का होता है। और हम आपको एक कमाल का फैक्ट बताना चाहेंगे, कि अगर इलेक्ट्रोस्टेटिक फोर्स ना होती, तो हमारी धरती ग्रेविटी के कारण कंप्रेस होकर बस एक टेनिस बॉल जीतनी हो जाती। इसीलिए तो, जो स्टार जिनका डायमीटर लाखों किलोमीटर का होता है, वह ग्रेविटी के कारण कंप्रेस होकर 10 से 15 किलोमीटर तक रह जाते हैं।
Neutron Star का एवरेज सरफेस टेंपरेचर एवरेज 600,000 केल्विन होता है, और इनकी डेंसिटी इतनी ज्यादा होती है, कि न्यूट्रॉन स्टार के एक छोटे से टुकड़े का वजन भी माउंट एवरेस्ट से ज्यादा होता है। न्यूट्रॉन स्टार की मैग्नेटिक फील्ड अर्थ के मैग्नेटिक फील्ड से 100 million से 1 quadrillion गुना ज्यादा होती है, और इनकी ग्रेविटेशनल फोर्स अर्थ के मुकाबले 200 से लेकर 250 बिलियन गुना ज्यादा होती है। न्यूट्रॉन स्टार काफी तेजी से घूमते हैं, 1 सेकंड में 100 से लेकर 700 रिवॉल्यूशंस। जिसके कारण यह एनर्जी एमिटी करते हैं, जीन्हे पल्सर कहते हैं, वैसे तो हमारे मिल्की वे गैलेक्सी में एक बीलीयन न्यूट्रॉन स्टार हो सकते हैं, लेकिन ज्यादातर न्यूट्रॉन स्टार अभी ठंडे हो चुके हैं। वैसे तो न्यूट्रॉन स्टार की बहुत सारी बात है, बताने को, जिसके बारे में हम आपको किसी एक सेपरेट आर्टिकल में बताएंगे।

Neutron Star कुछ ऐसे दीखते है

Blue Giants

Blue Giants Star का सफर सर्फेस टेंपरेचर दूसरा सबसे ज्यादा होता है, लागभग 20,000 से लेकर 50,000 तक। इसीलिए यह हमारे यूनिवर्स के सबसे चमकीले स्टार होते है, और जो नॉर्मल ब्लू जॉइंट स्टार होते हैं, वह भी सन से लगभग 10,000 गुना तक जाना चमकीले होते हैं। हमारे यूनिवर्स का सबसे चमकीला स्टार RMC136A1 एक blue giant Star है, और यह sun से 86 लाख गुना ज्यादा चमकीला ही, और साथ ही हमारे यूनिवर्स का भी सबसे चमकीला स्टार है, और ब्लू जॉइंट स्टार्स का आकार भी काफी बड़ा होता है।
blue giant Stars की लाइफ ज्यादा बड़ी नहीं होती, क्योंकि इनका आकार बहुत ज्यादा बड़ा होता है, साथ ही इनका टेंपरेचर बहुत ज्यादा हाई होता है, क्योंकि यह बहुत तेजी से अपने फ्यूल को जलाते हैं, इनके अंदर र्थमर न्यूक्लियर फ्यूजन बहुत तेजी से होता है, इसीलिए यह कुछ मीलियन सालो में ही खत्म हो जाते हैं, जबकि हमारे सन जैसे जो स्टार होते हैं, वह लगभग 10 से 12 बीलीयन साल तक जीते हैं।
ब्लू सुपरजायंट स्टार काफी अलग तरीके से खत्म होते हैं, क्योंकि जो नॉर्मल ब्लू जाइंट्स होते हैं, वह न्यूट्रॉन स्टार या ब्लैक होल में तब्दील होकर खत्म हो जाते हैं, जबकि जो बड़े-बड़े ब्लू सुपरजाइंट्स होते हैं, वह अपने आप में ही पूरी तरह से वेपराइज हो जाते हैं।

Star
Blue Star कुछ ऐसे दीखते है

अब हमने या तो जान लिया कि हमारी यूनिवर्स में कितने प्रकार के Star होते हैं, अब हम बात करेंगे हमारी यूनिवर्स के सबसे बड़े स्टार के बारे में, इसके बारे में जानकर आप कंपलीटली शौक रह जाओगे, कि क्या हमारे यूनिवर्स मै ऐसी चीज भी exist कर सकती है, और अगर यह आर्टिकल आप अब तक पढ़ रहे हो, तो इस आर्टिकल ने आपकी लाइफ में वैल्यू जरूर ऐड की है, तो इस आर्टिकल को आप अपने फ्रेंड्स के साथ जरूर शेयर कीजिए।

UY Scuti

तो हमारी भी उसने सबसे बड़े Star का नाम है, UY Scuti,
यह स्टार हमारे सन से 1700 गुना ज्यादा बढ़ा है, यानी कि यहां स्टार इतना बड़ा है, कि अगर हम इसे अपने सोलर सिस्टम में रखें यह saturn के orbit तक स्ट्रेच हो जाएगा,‌ और saturn हमारे सन से 1.494 billion km दूर है, यानी की यू वाय स्कूटी, का डायमीटर 2.3765 billion km हैं। इस स्टार में 4 quadrillion earth समा सकती है। यह स्टार मिल्की वे किस सेंटर की ओर स्थित है, और इसका हमारे earth से डिस्टेंस, लगभग 5,129 लाइट ईयर है।

हमारे यूनिवर्स का सबसे बड़ा स्टार, UY Scuti

Diamond Star

साइंटिस्ट ने एक ऐसे Star की खोज की है, जो पूरी तरह से हीरे से बना है, और हमारे ग्रह के आकार का है। वह स्टार अब तक का देखा गया सबसे ठंडा white dwarf है, यह इतना ठंडा है, कि इसका कार्बन क्रिस्टलाइज़ हो गया है, जिससे अंतरिक्ष में पृथ्वी के आकार का हीरा बन गया है। यह दिखने में काफी सुन्दर दिखता है, और यह डायमंड 10 billion trillion trillion carat का है।

DiamondStar कुछ ऐसा दीखता है।

यह था पूरा आर्टिकल कि हमारे सूरज से 1,700 गुना बढ़ा तारा भी मौजूद है, और साथ ही साथ हमने यह भी जाना की हमारे यूनिवर्स में कितने प्रकार के तारे मौजूद है। और हमने आपको डायमंड से बना एक Star भी दिखाया, इस पर आपका क्या कहना है, हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं। अगर आपका कोई और सवाल हो, तो हमें कमैंट्स में जरूर बताये, आपको उसका जवाब कमेंट में ही मिल जाएगा। हम उम्मीद करते है, कि आपको आर्टिकल पसन्द आया होगा। अगर हाँ, तो आप इसको शेयर और कमेंट करे जिससे हमको ऐसे ही आर्टिकल लिखने का प्रोतसाहन मिले।

और अगर आप ऐसे ही कमाल के आर्टिकल और पढ़ना चाहते है, तो नोटिफिशन ऑन करे और जैसे हमारी वेबसाइट पर कोई नया आर्टिकल आएगा आपको उसका नोटिफिशन मिल जाएगा।

आज के आर्टिकल मे बस इतना ही। आपसे मुलाक़ात होगी फिर किसी और रोमांचक टॉपिक के साथ। तब तक के लिये जय हिंद।