क्या ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं ?Does planets revolve around sun?

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दोस्तों अगर आप भी यही मानते है कि हमारे Planets यानि ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते है और हमारा चाँद हमारी पृथ्वी का चक्कर लगाता है तो इस पोस्ट को पूरा पढ़िए ।

हेलो, नमस्कार दोस्तों।तो कैसे हैं आप सब?तो आज हम ये जानेंगे कि क्या ग्रह सच मे सूर्य का चक्कर लगाते है या नही।

हमने बचपन मे हमारी science book से यही जाना है कि ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते हैं मगर क्या यही सचाई है? असल में नही ।असलियत मे सभी ग्रह और सूर्य अपने बीच के एक common center of mass का चक्कर लगाते हैं ना की सूर्य का।

अनुक्रम

Centre of mass क्या है?

centre of mass माने वो जगह जहाँ किसी object पर हर direction से equal force पड़ता है जिससे वो object स्थिर रहता है। चलिये इसको हम एक life example से समझते हैं,आपने बचपन में अपने school की copy को अपनी ऊँगली पर रखकर तो खूब घुमाया होगा अब copy के जिस पॉइंट पर आप उंगली रख कर copy को घुमाते थे वही copy का center of mass होता था। उस पॉइंट पर आपकी copy सभी directions से equal force डालती थी जिस कारण आप उसको अपनी एक ऊँगली से balance कर लेते थे। अब मुझे लगता है कि आप समझ चुके होंगे कि centre of mass क्या होता है।

Barycenter क्या होता है? Why Planet Revolve Around Sun?

Barycenter का मतलब किन्ही दो या दो से ज्यादा objects का common centre of mass वाला point। आइये इसको भी एक उदाहरण से समझते हैं , आप एक sharpener ,एक scale और दो अलग अलग weight वाली erasers लीजिये।अब आप sharpener को खड़ा करके उसपर स्केल को रख दीजिए। अब आप scale की दोनों साइड वो erasers रख दीजिए अब क्युकि उनका mass अलग अलग है तो आपको scale को sharpener पर इस तरह से adjust करना है कि वो अब भी balance रहे और अब जिस point पर scale balance हो जाएगा उसको हम उन erasers का common center of mass या barycenter बोल सकते है।तो अब तक आप समझ चुके होंगे कि barycenter क्या होता है।सभी ग्रह और सूर्य इसी barycenter का चक्कर लगाते है।

अब आपके मन मे ये सवाल आ रहा होगा कि हमको हमारी आम जिंदगी मे तो ग्रह सूर्य का चक्कर लगाते दिखाई देते है ना कि किसी एक point का।तो मैं आपको ये याद दिलाना चाहूंगा कि हमारे eraser वाले experiment मे ये barycenter उस eraser के ज्यादा पास था जिसका mass ज्यादा था ।ठीक उसी प्रकार से space मे भी जिस object का mass सबसे ज्यादा होता है barycenter उसी object के करीब होता है और हम सभी जानते हैं कि सूर्य का mass ग्रहों के मुकाबले कितना ज्यादा होता है इसी कारण से हमारे सोलर सिस्टम का barycenter सूर्य के अंदर होता है और हमारे सोलर सिस्टम के सभी objects इसी barycenter का चक्कर लगाते हैं।

तो अब आप ये जान चुके होंगे कि आखिर planets और हमारे सौरमंडल के बाकी सभी objects किसका चक्कर लगाते है।

अब हम barycenter क्या होता है और किस प्रकार काम करता है उसको समझ चुके है तो अब आइये ये समझते है कि हमारा चाँद हमारी पृथ्वी का और हमारी पृथ्वी हमारे चाँद का किस प्रकार चक्कर लगाते है।

चाँद हमारी पृथ्वी का किस प्रकार चक्कर लगाता है?

हमारी पृथ्वी का mass चाँद के mass से 81 गुना ज्यादा है इसका अर्थ यह है कि चाँद और पृथ्वी का barycenter पृथ्वी के 81 गुना ज्यादा पास होगा मतलब अगर आप इसको geometry से समझना चाहे तो जो आप इसको इस प्रकार समझ सकते है कि अगर आप पृथ्वी के core से चाँद के कोर तक एक लाइन खींचे तो जो barycenter होगा वो इस लाइन को 1:81 मे बांटेगा।इसको आप इस वीडियो से और बेहतर समझ सकते है।

चाँद हमारी पृथ्वी का किस प्रकार चक्कर लगाता है?
CREDIT-WIKIPEDIA

इसमें barycenter पृथ्वी के केंद्र से थोड़ा सा दूर बना है जिस कारण पृथ्वी भी उसके आस पास एक बहोत छोटा सा चक्कर लगाती दिख रही है।अब इस उदहारण से आप समझ गए होंगे कि आखिरकार चाँद पृथ्वी का चक्कर लगाता नही लगाता बल्कि चाँद और पृथ्वी दोनों एक common point का चक्कर लगाते है जिसको barycenter कहते है।अब आप इस तथ्य का इस्तेमाल अपने दोस्तों को गलत साबित करके उनके सामने स्मार्ट बनने के लिए भी कर सकते है।
मगर इससे पहले आइये एक बार ये समझ लेते है कि हमारे विशालकाय सूर्य का barycenter उसके core से कितना दूर होता है।

पृथ्वी सूर्य का चक्कर किस प्रकार लगाती है?

क्या आप जानते है कि हमारा सूरज हमारे पुरे सौरमंडल के mass के 99% से भी ज्यादा है जिसके कारण हमारे पुरे सौरमंडल का barycenter सूर्य के core के पास है जिस कारण सभी objects सूर्य का चक्कर लगाते हुए दिखाई देते है।इस फोटो से आप ये बेहतर समझ पाएंगे।

पृथ्वी सूर्य का चक्कर किस प्रकार लगाती है?
CREDIT – WIKIPEDIA

इसमें अगर आप देखे तो सूर्य बस एक बहोत ही छोटा सा चक्कर अपने ही core के आस पास काट रहा है जबकि पृथ्वी सूर्य का पूरा गोल चक्कर काट रही है।

आज के लिए इतना ही आपसे मुलाक़ात होगी फिर किसी और astronomy के दिलचस्प topic के साथ ,तब तक के लिए जय हिन्द।