देश और दुनिया के इतिहास मे 22 दिसंबर की तारीख – आज का इत्तिहास

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देश और दुनियाभर के इतिहास में आज की तारीख यानी ’22 दिसंबर’ बहुत गहरा इतिहासिक महत्व रखती है , क्योंकि आज ही के दिन कई बड़ी घटनाये घटित हुई और साथ ही अनेक महान हस्तियों का जन्म हुआ , तो चलिए आइए अब हम एक नज़र डालें आज के इत्तिहास पर।

• घटनाये :

(1) आज ही के दिन वर्ष 1851 भारत में पहली मालगाड़ी रुड़की से पिरन के बीच दौड़ी थी, यह भारत के मूलभूत और ढांचागत विकास (infrastructural Development) की ओर पहला कदम था, परंतु यह सब ब्रिटीशरो के स्वार्थ और लाभ की देन था।

(2) आज ही के दिन वर्ष 1947 में इतावली संविधान सभा (Italin Constitutional Assembly) द्वारा निर्मित संविधान की अंगीकृत कर आपना लिया गया था, इसके बाद इटिली में एक नए संवैधानिक युग का प्रमरम्भ हुआ था।

(3) आज ही के दिन वर्ष 1972 में चिलिय वायुसेना का 57 दिन पहले दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान से 14 लोग जिंदा बचे मिले, दरअसल कई रिपोर्ट्स और अधिकारियों के बयानों के हिसाब से पहले उन लोगो को इस बात पर पूरा यक़ीन था कि इस दुर्घटना में कोई ज़िंदा नही बचा होगा इस कारण उन्होंने खोजी अभियान को बहुत धीरे या फिर न के बराबर चलाया परंतु अंततः वह लोग मिल गए और उन्होंने अपनी जिंदगी और मौत के बीच रहने वाले खौफनाक अनुभव को सांझा किया था।

(4) आज ही के दिन वर्ष 2010 में तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने समलैंगिकता (Gays) से जुड़े कानून पर दस्तखत कर सेना में समलैंगिकों के लिए सेना में भर्ती के द्वार खोल दिए।

(5) आज ही के दिन वर्ष 1974 में भारत की पनडुब्बी तथा युद्धपोत का परीक्षण कर तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्रा गांधी और जलसेना अडमिनरल वी.के जोशी की अध्यक्षता मर देश के पहले पोत आईएनएस सतवाहन काे आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में जहाजी बेडे में शामिल किया गया था।

• जन्म :

(1) आज ही के दिन वर्ष 1550 में राजपुताना. साशक मान सिंह – मुगल सम्राट अकबर के प्रमुख राजपूत सरदार का जन्म राजस्थान के आमेर में हुआ था, यह अकबर की मुगलिया सेना के सेनाध्यक्ष और सैन्य सलहकार थे, उन्होंने राजपूतो खास तौर पर “शिरोमणि वीर महारणा प्रताप जी” का विश्वास तोड़कर मुगलो का साथ देने का निश्चय किया था।

(2) आज ही के दिन वर्ष 1881 में महान संजशात्री और क्रांतिकारी सुन्दरलाल शर्मा का जन्म छत्तीसगढ़ में हुआ था वह बहुमुखी प्रतिभा के धनी तथा सामाजिक क्रांति के अग्रदूत माने जाते थे उन्हें भारतीय आधुनिक इत्तिहास में पूर्वी राज्य छत्तीसगढ़ में जनजागरण की ज्योति उजागर करने के लिए जाना जाता है।

(3) आज ही के दिन वर्ष 1932 में दक्षिण भारतीय स्कॉलर और लेखक यू. आर. अनंतमूर्ति का जन्म कर्नाटक के तीर्थहल्ली गांव में हुआ था, वह प्रसिद्ध भारतीय द्रवीडिय भाषा कन्नड़ (ಕನ್ನಡ) के प्रसिद्ध रचनाकार तथा प्रसारक है उन्होंने “हिंदुत्व और हिंदी स्वराज” “संस्करा” तथा “भार्थिपुरा” जैसी पुस्तको का भी लेखन किया है

• मृतु :

(1) आज ही के दिन वर्ष 1958 में महान भारतीय स्वतंत्रता संगर्मी और क्रांतिकारी तारकनाथ दास का निधन अमेरिकी शहर न्यूयॉर्क में हुआ था, उन्होंने जीवनभर भारतीय स्वराज और जनजागरूकता के लिए कई विदेशी तकनीकों वाले अभियानों और कार्यक्रमो का सृजन किया था

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