किसी को सम्मान देने के लिए या किसी के आदर्शों को दिखाने के लिए और या फिर किसी की याद में प्रतिमाएं बनाई जाती हैं जैसे कि दुनिया भर में प्रसिद्ध स्टैचू ऑफ लिबर्टी अमेरिका को दोस्ती की एक भेंट में दिया गया था और आज भी इस प्रतिमा को दुनियाभर से लोग देखने को आते हैं| दुनिया भर में अनेकों ऊंची ऊंची प्रतिमाएं मौजूद है जो सच में गगनचुंबी है| इनकी ऊंचाई आप सबको हैरान कर देगी, इन पर लगा हुआ पैसा आपके होश उड़ा देगा| तो चलिए जानते हैं दुनिया की कुछ सबसे ऊंची प्रतिमाओं के बारे में|
अनुक्रम
स्टैचू ऑफ यूनिटी
हाल ही में भारत में बनाई गई सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा जिसे द स्टैचू ऑफ यूनिटी थी कहा जाता है वह पूरी दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा बन चुकी है| सरदार बल्लभ भाई पटेल को आयरन मैन ऑफ इंडिया भी कहा जाता है| हमारे देश की राजनीति में सरदार वल्लभभाई पटेल एक बहुत बड़ा नाम है| सन 2010 में नरेंद्र मोदी द्वारा सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा बनाने का ऐलान कर दिया गया था और यह काम 30 अक्टूबर 2018 को जाकर पूरा हुआ और इसके अगले ही दिन 31 अक्टूबर को इसे आम जनता के लिए खोल दिया गया|
स्प्रिंग टेंपल बुद्धा
महान गौतम बुद्ध की यह विशाल प्रतिमा चीन के एक कस्बे Lushan County में स्थित है सबसे ऊंची प्रतिमा है इसकी ऊंचाई 153 मीटर है जो कि तकरीबन 502 फीट के करीब है और अगर इसके base को भी मिला लिया जाए तो इस प्रतिमा की कुल ऊंचाई 208 मीटर यानी 682 फीट के करीब हो जाती है 1 सितंबर 2008 को बनकर तैयार हो गई थी| माना जाता है कि इस प्रतिमा को बनाने में कुल 55 मिलीयन डॉलर का खर्चा आया था इसमें से लगभग 18 मिलियन डॉलर इस मूर्ति पर खर्च किए गए थे| इस मूर्ति को तांबे के बड़े-बड़े 1100 टुकड़ों से मिलकर बनाया गया है|
अगर बात की जाए द स्प्रिंग टेंपल बुद्धा के नाम की तो इसका नाम Tianrui hot spring से प्रेरित हो कर लिया गया है जहां का पानी तकरीबन 7 डिग्री सेल्सियस तक गर्म रहता है जो कि बेहद ही अचंभित वाली बात है
इस मूर्ति में इस्तेमाल किए गए तांबे का कुल भार 116 टन के करीब है और अगर बात की जाए इस मूर्ति के कुल भारती तो इस मूर्ति का कुल भार 1000 पर से भी कहीं ज्यादा है| भारत में स्थित प्रतिमा द स्टैच्यू ऑफ यूनिटी जोकि सरदार वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा है वह इस प्रतिमा से सिर्फ कुछ मीटर ही ज्यादा ऊंची है जो कि पूरे विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमाओं में पहले नंबर पर है| तो इस तरह से स्प्रिंग टेंपल बुद्धा प्रतिमा दुनिया की दूसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है|
Laykyun Sekkya
म्यामार में स्थित गौतम बुद्ध की यह प्रतिमा दुनिया की तीसरी सबसे ऊंची प्रतिमा है सन 1996 में इसे बनाने का काम शुरू किया गया था और लगभग 12 साल में बनकर यह प्रतिमा पूरी तरह से तैयार हो गई, फरवरी सन 2008 को यह पूरी तरह से बनकर तैयार हो गई और इसे आम लोगों के लिए खोल दिया गया| भगवान गौतम बुद्ध की प्रतिमा 13.5 मीटर ऊंची है और अगर इसके बेस को मिलाकर देखा जाए तो यह प्रतिमा कुल 116 मीटर ऊंचाई की हो जाती है जिस कारण से यह पूरे विश्व में तीसरे नंबर की प्रतिमा है| इस प्रतिमा में भगवान गौतम बुद्ध को अनेकों अवस्थाओं में दिखाया गया है जिनमें से एक अवस्था है जिसमें गौतम बुद्ध लेटे हुए हैं लेकिन यहां पर उस प्रतिमा की बात नहीं की गई है बल्कि यहां पर हो ऊंची गगनचुंबी प्रतिमा की बात की गई है जिसमें गौतम बुद्ध खड़ी अवस्था में है|
The Motherland Calls ( मातृभूमि कॉल) होमलैंड मंदिर इज़ कॉलिंग
दुनिया की 9वी सबसे ऊंची प्रतिमा “दी मदरलैंड कॉल्स” है यह प्रतिमा रशिया और यूरोप में स्थित है| यह यूरोप की सबसे ऊंची प्रतिमा है जो कि एक महिला के ऊपर है| इस प्रतिमा की ऊंचाई 85 मीटर (279 फीट) है | यह प्रतिमा “स्टेलिनग्राद की लड़ाई के नायको” पर है | इसका निर्माण 1987 में प्रसिद्ध मूर्तिकार येवगेनी वुचेथिक और प्रसिद्ध इंजीनियर निकोलाई निकितिन के द्वारा किया गया और इसके बाद यह दर्शकों के लिए देखने योग्य बना इसके बाद अब तक दूर-दूर से लोग इस प्रसिद्ध प्रतिमा को देखने के लिए आते हैं |
Awaji kannon ( अवाजी कन्नन)
दुनिया की 10 वीं सबसे ऊंची प्रतिमा “अवाजी कन्नन” है| यह प्रतिमा जापान में स्थित है|अव्वा जी द्वीप में एक मंदिर है वर्तमान में इस इमारत को छोड़ दिया गया था |इस प्रतिमा का निर्माण ओम कूची समूह ने 1977 में Toyokichi Okunai से शुरू हुआ था| इस विशाल प्रतिमा में 5 मंजिली इमारत है जिसकी ऊंचाई 20 मीटर (66 फीट) है|