Merry Christmas wishes 2019 in Hindi

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क्रिसमस के दिन अपने परिवार को, दोस्तों को, और अपने चाहने वालों को merry christmas कहने का अलग ही आनंद है| अगर आपके पास merry christmas कहने के आलावा और अधिक शब्द हैं तो उसका मज़ा अलग ही होता है| हम यहाँ पर आपके साथ क्रिसमस की शुभकामनाओं के लिए कुछ अच्छे-अच्छे सन्देश पेश कर रहे हैं | जिन्हें भेजकर आप अपनों को बड़े ही अच्छे तरीके से merry christmas wish कर पाएंगे

दोस्तों से हर लम्हे में क्रिसमस है,
दोस्ती की ये दुनिया दीवानी है,
दोस्तों के बिना जिंदगी बेकार है,
दोस्तों से ही तो जिंदगी में बहार है,
Merry Christmas 2019

प्रभु इशु का पवित्र पर्व,
क्रिसमस की आप सभी को बधाई,
परमेश्वर के पवित्र मार्ग का,
अनुशरण करें वो सदैव साथ हैं,
अपने बन्दों के सर पर उसका हमेशा हाथ है,
क्रिसमस की बधाई 2019

खुदा से क्या मांगू तुम्हारे वास्ते,
सदा खुशियाँ हो तुम्हारे रास्ते,
हंसी तुम्हारे चेहरे पर रहे कुछ इस तरह,
खुशबू फूल का साथ निभाए जिस तरह ! क्रिसमस की बधाईयाँ 2019

क्रिसमस का उमंग और उत्साह,
हमेशा आपके जीवन को,
खुशियों से सराबोर रखे ! Merry Christmas 2019

क्रिसमस 2019 आये बनके उजाला,
खुल जाए किस्मत का ताला हमेशा,
आप पर रहे मेहरबान ऊपर वाला ,
यही दुआ करते हैं आपका यह चाहने वाला!

इस क्रिसमस आपका जीवन क्रिसमस ट्री की तरह,
हरा भरा और भविष्य तारों की तरह चमचमाता रहे!
Merry Christmas

इस क्रिसमस आपका जीवन क्रिसमस ट्री की तरह,
हरा भरा और भविष्य तारों की तरह चमचमाता रहे! happy christmas 2019

देवदूत बनके कोई आएगा,
सारी आशाएं तुम्हारी, पूरी करके जायेगे,
क्रिसमस के इस शुभ दिन पर,
तौफे खुशियों के दे जायेगा!
Merry Christmas to All 2019

क्रिसमस का यह प्यारा त्यौहार जीवन में,
लाये खुशियाँ अपार, Santa Clause आये आपके द्वार,
शुभकामना हमारी करें स्वीकार! ,
मेरी क्रिसमस 2019

रब ऐसी क्रिसमस बार-बार लाये,
क्रिसमस पार्टी में चार चाँद लग जाये,
सांता क्लॉज़ से हर दिन मिलवायें,
और हर दिन आप नए-नए तौफे पायें!
हैप्पी क्रिसमस 2019

ना कार्ड भेज रहा हूँ,
ना कोई फूल भेज रहा हूँ,
सिर्फ सच्चे दिल से मैं आपको,
क्रिसमस और नव वर्ष की,
शुभकामनाएं भेज रहा हूँ
Merry Christmas SMS 2019

लो आ गया जिसका था इंतज़ार,
सब मिल कर बोलो मेरे यार,
दिसम्बर में लाया क्रिसमस बहार,
मुबारक हो तुमको क्रिसमस मेरे यार!
Merry Christmas 2019 Message

बच्चों का दिन तौफों का दिन,
सांता आएगा कुछ तुम्हे दे कर जायेगा,
भूल ना जाना उसे शुक्रिया कहना,
आप सभी को क्रिसमस की शुभकामना !

चाँद ने अपनी चांदनी बिखेरी है,
और तारों ने आस्मां को सजाया है,
लेकर तौफा अमन और प्यार का,
देखो स्वर्ग से कोई फ़रिश्ता आया है,
Merry X Mas 2019

सबके दिलों में हो सबके लिए प्यार,
आने वाला हर दिन लाये खुशियों का त्यौहार,
इस उम्मीद के साथ आओ भूल के सारे गम,
क्रिसमस में हम सब करें Welcome

आपकी आँखों में सजे हों जो भी सपने,
दिल में छुपी हो जो भी अभिलाषाएं,
ये क्रिसमस का पर्व उन्हें सच कर जाये,
क्रिसमस पर, आपके लिए है हमारी यही शुभकानाएं!

चाँद ने अपनी चांदनी बिखेरी है,
और तारों ने आस्मां को सजाया है,
लेकर तौफा अमन और प्यार का,
देखो स्वर्ग से कोई फ़रिश्ता आया है

क्रिसमस प्यार है, क्रिसमस ख़ुशी है,
क्रिसमस उत्साह है, क्रिसमस नया उमंग है,
आप सभी को क्रिसमस 2019 की शुभकामनायें

क्रिसमस 2019 आये बन कर उजाला
खुल जाए आपकी किस्मत का ताला
हमेशा तुम पर मेहरबान रहे ऊपर वाला
बस इतनी सी दुआ करता है आपका ये चाहने वाला

क्रिसमस आया क्रिसमस आया,
बच्चों का है मन ललचाया।
सैंटाक्लॉज आएंगे, नए खिलौने लाएंगे।
सैंटाक्लॉज ने दी आवाज, एनी आओ,
पेनी आओ, जॉनी आओ, जॉन आओ,
यीशु की ये याद का दिन है,
बच्चों का ये प्यार का दिन है।

 बच्चों का दिन, तोहफा का दिन
 संता आएगा कुछ तुम्हें देख कर जाएगा
 भूल ना जाना उसे शुक्रिया कहना
 यही सादगी यीशु आ सिखाएगा
 क्रिसमस की हार्दिक शुभकामनाएं

 खुदा से क्या मांगू तेरे वास्ते
 सदा खुशियों से भरे हो तेरे जीवन के रास्ते
 हंसी चेहरे पर रहे इसी तरह
 खुशबू फूल का साथ निभाती है जिस तरह
 मैरी क्रिसमिस टू यू

प्रभु इशु के पवित्र पर्व
क्रिसमस की आप सब को शुभकामनाएँ
परमेस्वर के पवित्र मार्ग का
अनुशरण करें वो सदैव साथ है,
आपने बंदो के सर पर उनका हमेशा हाथ है| 

अनुक्रम

About Merry Christmas – क्रिसमस के बारे में

नमस्कार दोस्तो,
सबसे पहले आप सभी पाठकों को ब्रीफिंगपीडिया.com की पूरी टीम की ओर से क्रिसमस के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं, हम आशा करते है कि आप इस पर्व को पूरे हर्ष और उल्लास से मनाएंगे और हम ईश्वर से यह भी प्राथना करते है कि यह क्रिसमस आपके जीवन की सारी इच्छओं को पूरा करदे, दोस्तो हम बचपन से क्रिसमस के त्योहार को सुनते और मानते आए है, दुनियाभर में यह त्योहार बहुत धूम-धाम से मनाया भी जाता है, परंतु क्या हम इसके सम्पूर्ण इत्तिहास इसके पीछे की पूरी कहानी और इसमें सांता क्लॉज़ (Santa Clause) की भूमिका के बारे में जानते है,……ज्यादातर पाठको का उत्तर संभवतः “ना” ही होगा तो आइए चलते है एक और सफर पर और जानते है कुछ 25 दिसंबर की तारीख के बारे में।

“क्रिसमस” का इतिहास (History of “Christmas”) :

ग्रेगोरियन संवत या केलिन्डर के अनुसार 25 दिसंबर की तारीख ईसाई धर्म मे गहरा महत्व रखती है आज ही के दिन ईसाई धर्मपुरणो और पवित्र ग्रंथ “बाइबिल” के अनुसार आज ही के दिन ईसाइयत में “परमपिता” या फिर सामान्य भाषा मे कहे कि ईश्वर के मनिवय अवतार ईसा मसीह ; येशु ;Jesus Christ का जन्म धरती पर आज ही के दिन 4 ईसापूर्व (BC) को रोमन साम्राज्य के जुडीया में हुआ था,उनके पिता का नाम जोसफ था तथा माता का नाम मेरी था निमंदर्शित चित्र में येशु के जन्म को प्रतीकात्मक ढंग से दर्शाने का प्रयास किया गया है।

birth of jesus
birth of jesus

दरअसल ईसाई पुराण और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार (Christain Mythology & Religous Faith) यीसु मासी ईश्वर का वो अवतार थो जो प्रत्यक्ष रूप से धरती पर जन्म लेकर आम मानवो की तरह ही एक संगगठित पंत और शिक्षाओं का सृजन करना चाहते थे,

उनके धरती पर अवतार लेने का परियोजन समूचे विश्व को ईसायत के माध्यम से शांति और धर्म का पथ पड़ना है, बाइबिल की कुछ आयतों में भी इस बात जिक्र है कि “इस धरती पर लाखों धर्म गुरुओं , संत महात्माओं और साधुओं ने जन्म लिया परन्तु ईसू मसीह इन सब से अलग इसलिए माने गए चुकी उन्होंने धरती पर धर्म और शांति की स्थापना करने के लिए केवल 32 की वर्ष की अल्पायु में कुर्सिकारण को स्वीकार किया” ,

अगर हम थोड़ा आधुनिक विचारों से देखे तो ईसू मसीह ईश्वर के रूप में साक्षात एक क्रांतिकारी थे, उन्होंने जन्म भर उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पस्चिम की ओर आपने विचारों और शिक्षाओं के माध्यम से लोगो के जीवन को सुगम बनाया उनका यह मानना था कि “धर्म बाकी कुछ नही है यह तो केवल किसी सत्पुरुष के सुविचार है” क्रिसमस और कुछ नही इस महान सोच और शिक्षा रखने वाले व्यक्ति का जन्म दिवस है।

क्रिसमस और सांता क्लॉज़ (Christmas & Santa Clause) :

सांता क्लॉज़ का नाम सुनते ही हमारे दिमाग मे जो पहली तस्वीर उभर के सामने आती है वो उन आदमी की है – एक ऐसा आदमी जो लाल कोट पहने हुए है बाह को ढकती बड़ी-बड़ी सफेद दाढ़ी उगाए हुए है, कंधे पर भारीभरकम उपहारों से भरा एक झोला है और मुह पे एक प्यारी सी मुस्कान लिए उत्तरी ध्रुव (North Pole) से अपनी आसमान “रेनडियर्स” वाली स्लेज को लेकर वो पूरे जहाँ के बच्चो लो रात के बारह बजे खुशिया बाटता है। परंतु…..

•क्या ऐसा सच-मुच में होता है?
•क्या सच मे ऐसा कोई व्यक्ति है?
•सच में क्या वो सबको उनके मनचाहे उपहार देते है?
•क्या वो उत्तरी ध्रुव से आते है?

santa clause
santa clause

ऎसे ही सवाल हमारे ज़हन में उठते है, परन्तु सांता का यह आधुनिक रूप 19वीं सदी से अस्तित्व में आया है वास्तव में सांता क्लॉज़ आज से डेढ़ हजार साल पहले जन्मे संत निकोलस (St.Nicholas) को कहा जाता था , हालांकि संत निकोलस और जीसस के जन्म का का कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं रहा है परन्तु फिर भी आज सांता के बिना क्रिसमस की कल्पना करना भी असंभव सा लगता है

दरअसल ,‍ संत निकोलस का जन्म तीसरी सदी में जीसस की मौत के 280 साल उपरांत मायरा में हुआ था ,वे एक अत्यंत समृद्ध और धनवान परिवार से थे इसके साथ ही वह अत्यंत धार्मिक व्यक्ति थे वह प्रभु यीशु मसीह में बहुत आस्था रखते थे आगे चलकर उनकी रुचिअनुसार वह एक पादरी और उसके उपरांत एक अच्छे बिशप बने उन्होंने कई जन कल्याण के काम किये, साथ ही वह गरीब बच्चो को भी बहुत स्नेह करते थे

एक दिन उन्होंने क्रिसमस के दिन यह निश्चय किया कि वह सब गरीब बच्चो को जाकर कुछ तोहफे देंगे ताकि वह भी इस पर्व को मना सके और वह भी खुश हो सके , संत निकोलस अपने उपहार आधी रात को ही देते थे क्योंकि उन्हें उपहार देते हुए नजर आना पसंद नहीं था। वे अपनी पहचान लोगों के सामने नहीं लाना चाहते थे, इसी कारण बच्चों को जल्दी सुला दिया जाता था, बच्चे प्रत्येक वर्ष आपने मन-पसंद उपहारों की चेष्ठा करते हुए सो जाते थे और उन्हें सुबह उनका तोहफा मिल जाता था।

Amazing Facts About Merry Christmas Day.

दोस्तों हर साल 25 दिसंबर को क्रिसमस डे मनाया जाता है और यह एक त्यौहार के रूप में पूर्ण विश्व में मनाया जाता है दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम आपको क्रिसमस डे से जुड़े कुछ ऐसे रोचक तथ्य आपको बताएंगे जिन्हें पढ़ने के बाद आप अपने क्रिसमस डे को अच्छा बना सकते हैं और दोस्तों यह भी माना जाता है कि आज के दिन पढ़ने से हमें ज्ञान की प्राप्ति होती है|

  1. दोस्तों यह तो हम सबको पता है कि क्रिसमस का त्योहार हर वर्ष 25 दिसंबर को बनाया जाता है और आर्मीनियाई एपोस्टोलिक चर्च में इस त्यौहार को 6 जनवरी को मनाया जाता है और यह एक ऐसा त्यौहार है जिस दिन लगभग सभी देशों में छुट्टी होती है|
  2. क्रिसमस के दिन से 12 दिन तक क्रिसमसटाइड उत्सव की शुरुआत होती है और हम आपको बता दें क्रिसमस को बड़ा दिन भी कहा जाता है |
  3. जीसस क्राइस्ट ईसाई धर्म के ईश्वर हैं इसीलिए इसे सभी ईसाई समुदाय के लोग बहुत धूमधाम से मनाते हैं और इस दिन क्रिसमस प्रभु यीशु यानी ईसा मसीह के जन्म की खुशी में भी इस त्यौहार को मनाया जाता है |
  4. आज के दिन प्रभु ईसा मसीह को मनाने वाले लोग ईसा मसीह जी की शिक्षाओं और उनके वचनों को पढ़ते हैं और उनका अनुसरण करते हैं और दोस्तों प्रभु ईसा मसीह जी ने दुनिया को एकता और भाईचारे की सीख दी है और लोगों को भगवान के करीब रहने का मार्ग भी दिखाया है | और दोस्तों ईसा मसीह जी के अनमोल वचन पड़ने पर दिल को शांति मिलती है|
  5. ईसा मसीह जी के कुछ सबसे ज्यादा लोकप्रिय अनमोल वचन
    1• जिस तरह से पिता ने मुझसे प्यार किया, ठीक उसी प्रकार मैंने भी तुमसे प्यार किया
    2• अपने दिल को मुश्किल में मत डालो गॉड, पर भरोसा रखो और मुझ पर विश्वास करो
    3• मैं मार्ग हूं, सत्य हूं, और जीवन हूं, मेरे पास आए बिना कोई फादर तक नहीं पहुंचता
  6. दोस्तों क्रिसमस के पहले दिन से ही यानी 24 दिसंबर से ही कई यूरोपीय देशों में समारोह सम्मेलन शुरू हो जाते हैं और क्रिसमस की तैयारी 12 दिन तक यानी 5 जनवरी की शाम को उतार दी जाती है | हेलो कोई है अभी छत पर भाई क्या कर रहे हो लेकिन जहां से कॉपी किया है वहां पर सही है
  7. हम आपको बता देंगे क्रिसमस को सभी समुदाय के लोग धर्मनिरपेक्ष, और गैर इसाई लोग भी इस त्यौहार को एक सांस्कृतिक उत्सव के रूप में मनाते हैं सभी धर्म के लोग इस दिन को इसलिए मनाते हैं कि ईसा मसीह की विचारधारा लोगों को शांति का मार्ग दिखाती है |
  8. ब्रिटेन वा राष्ट्रमंडल देशों में क्रिसमस को 26 दिसंबर के दिन बॉक्सिंग डे के रूप में मनाया जाता है
  9. सांता क्लॉज को क्रिसमस के दिन सभी समुदाय के लोग और छोटे छोटे बच्चे याद करते हैं और सांता क्लॉस से तोहफे की मांग करते हैं और बहुत से बच्चे पेपर पर नाम भी लिखबातें है | और रात 12:00 बजे छत पर जाकर उस पेपर को रख देते हैं | और फिर अपने तोहफे की मांग करते हैं |
  10. क्रिसमस को पश्चिमी देशों से बाहर प्रसिद्ध करने में अंग्रेजों की प्रमुख भूमिका रही थी और अंग्रेजों ने अपने शासनकाल में ईसाई धर्म का बहुत प्रचार किया और अधिक लोगों को ईसा मसीह के बारे में बताया था |
  11. जैसे होली के त्यौहार पर लोग रंग लगाते हैं, जैसे दीपावली के त्यौहार पर लोग पटाखे फोड़ते हैं, वैसे ही क्रिसमस के दिन लोग एक दूसरे को गिफ्ट दिया करते हैं और पूरे दिन ईसा मसीह जीके बारे में पढ़ते हैं और उनकी विचारों पर चलते हैं |
  12. पिछली सदी तक क्रिसमस की पूर्व संध्या यानी 24 दिसंबर की रात को भूतों के डरावने किस्से और कहानियां सुनाने का चलन या हम कहे एक प्रथा चली आ रही थी लेकिन इस प्रथा को अब लुप्त कर दिया गया है
  13. दोस्तों जापानी लोग क्रिसमस पर KFC का खाना पसंद करते हैं | यह KFC का 40 साल पहले की मार्केटिंग का नतीजा है | और दोस्तों हम आपको बता दें कि क्रिसमस वाले दिन की बुकिंग 2 महीने पहले से ही हो जाती है |
  14. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान 1914 में क्रिसमस के दौरान जर्मनी और इंग्लैंड के बीच युद्ध विराम किया गया था उन्होंने अपने टेंटों को लाइट से सजाया और एक-दूसरे को उपहार देकर क्रिसमस डे को मनाया था |
  15. दोस्तों क्रिसमस ही एक ऐसा त्यौहार है जो पूरी दुनिया में मनाया जाता है और इस दिन सबसे ज्यादा खरीदारी होती है यह खरीदारी सभी देशों मैं की जाती है |
  16. दोस्तों दिन-रात खुले रहने वाले डैनी के रेस्टोरेंट के दरवाजे बिना ताले के बनाए गए थे दिक्कत तब आई जब उन्होंने 1988 में पहली बार क्रिसमस पर छुट्टी करने का फैसला किया और खास बात यह है कि यह उनकी पहली छुट्टी थी | जो कि क्रिसमस के दिन रखी गई थी |
  17. अमेरिका में सांता क्लॉस को लिखे गए सारे पत्र सांता क्लोस ‘इंडियानाको’ को जाते हैं कनाडा में सांता क्लोस नॉर्थ पोल को भेजे गए लेटर एक स्वैच्छिक समूह से जुड़े लोगों को भेजे जाते हैं | यह लोग बाकायदा इन पत्रों को ध्यान से पढ़ते हैं और इनका जवाब देते हैं और जिन पत्रों में गिफ्ट की मांग की जाती है उन्हें वह गिफ्ट भी प्रदान किया जाता है |
  18. हर साल 3 अरब क्रिसमस कार्ड अकेले अमेरिका में भेजे जाते हैं | और दोस्तों जर्मनी में लोग कृत्रिम क्रिसमस ट्री बनाते हैं जो कि हंस के पंखों से बनी होती है |
  19. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के अनुसार सबसे लंबा क्रिसमस ट्री 221 फुट का डग्लस फर का काटा गया था जिसे 1950 में व संगठन के एक शॉपिंग सेंटर में प्रदर्शित किया गया था जिसे आज भी लोग देखने आते हैं |
  20. क्रिसमस का पारंपरिक रंग, हरा, लाल, और सुनहरी, है हरा रंग लंबे समय से जीवन और पुनर्जन्म का प्रतीक है लाल रंग ईसा मसीह के खून का प्रतीक है और सुनहरी रंग उजाले के साथ-साथ धन और संपदा का प्रतीक माना जाता है |
  21. बोलविया के निवासी क्रिसमस की शाम को Misa-del-Gallo नामक उत्सव मनाते हैं गांड में मनाते हैं | इस उत्सव में मुर्गे को सामूहिक सम्मान दिया जाता है |क्योंकि ऐसा माना जाता है कि जीसस के जन्म की घोषणा करने वाला पहला जानवर मुर्गा था |
  22. पोलैंड में मकड़ी और मकोड़ों के जालों को क्रिसमस ट्री पर सजाने की परंपरा आम है | क्योंकि मान्यता के अनुसार मकड़ी ने सबसे पहले बेबी जीसस के लिए कंबल बुना था | इसी कारण क्रिसमस पर मकड़ियों को पोलैंड के लोग सुख समृद्धि का प्रतीक मानते हैं |
  23. सांता क्लॉज एक असली व्यक्ति संत निकोलस पर आधारित है जो चौथी शताब्दी में रहा करता था उसका जन्म वर्तमान टर्की के पतारा में हुआ था जो सबसे प्रसिद्ध गैर बाइबल तथा और कलाकारों ने उसे मैरी को छोड़कर सबसे प्रसिद्ध संत के रूप में दर्शाया है |
  24. हर साल 10 लाख पत्र सांता क्लॉस को उनके अपने पोस्टल कोड H0H 0H0, North Pole, Canada पते पर भेजे जाते हैं और दोस्त लंदन के जॉन कालकोट होर्सली नामक एक चित्रकार थे जिन्होंने वर्ष 1847 हर हेरी काल के लिए उन्होंने सबसे पहला क्रिसमस कार्ड पेंट किया था |
  25. इंग्लैंड की महारानी की पहली क्रिसमस स्पीच पहली बार 1957 में टेलीविजन पर प्रसारित हुई थी |

Merry Christmas या Happy Christmas क्या सही है?

दोस्तों आज हम आपको बताएंगे की Merry Christmas और Happy Christmas मैं से क्या सही है और क्या गलत | हम जब कोई भी त्योहार मनाते हैं और त्योहार वाले दिन एक दूसरे को बधाई देते हुए यह बोलते हैं- हैप्पी दिवाली, हैप्पी होली, हैप्पी दशहरा, हैप्पी न्यू ईयर इत्यादि और हम किसी के जन्मदिन या अन्य खुशी के मोके पर बोलते हैं हैप्पी बर्थडे या हैप्पी एनिवर्सरी आदि लेकिन जब बात आती है क्रिसमिस की फिर हम Christmas वाले दिन Merry Christmas ही क्यों बोलते हैं? आप में से कुछ लोग तो बोलते होंगे Merry Christmas और कुछ लोग बोलते होंगे Happy Christmas लेकिन आपने कभी सोचा है कि दोनों में से क्या सही है और क्या गलत है या फिर दोनों में से एक क्या बोलना सही है?

क्या है Happy और Merry?

वैसे तो आपको पता ही है कि happy का मतलब होता है खुश होना यदि आप किसी को शुरू में हैप्पी बोल रहे हैं तो इसका मतलब हुआ कि आप उसको सुखद भाग्य की शुभकामना दे रहे हैं और अब बात करते हैं Merry शब्द की| इसका सही मतलब है- आनंदित यह एक पुराने अंग्रेजी के शब्द Mirth से आता है जिसका अर्थ होता है खुशनुमा | इन दोनों शब्दों के अर्थ से यह स्पष्ट हो जाता है कि यदि आप किसी को हैप्पी बोल रहे हैं तो आप उसे wish कर रहे हैं एक अच्छे भाग्य के लिए जिसका इस्तेमाल किया जाता है एक भावनात्मक स्थिति को दर्शाने के लिए और यदि आप किसी को Merry बोल रहे है तो आप उसे wish कर रहे हैं एक खुशनुमा समय के लिए जिसका इस्तेमाल किया जाता है किसी के व्यवहार को दर्शाने के लिए|

दोस्तों आपको बता दें कि 18वीं और 19वीं सदी में एक प्रचलन बना था जब लोगों ने Merry शब्द का इस्तेमाल करना कम कर दिया था | लेकिन फिर भी Merry शब्द एक भावनात्मक तरीके से जुड़ गया है Christmas के साथ और बहुत सारी कविताओं और गीतों में Merry शब्द के ज्यादा इस्तेमाल होने से यह एक परम्प्रात्मक तरीका बन गया है किसी को wish करने का और हैप्पी एक आधुनिक तरीका है इसीलिए हम बाकी सारे त्योहारों में हैप्पी का इस्तेमाल करते हैं| हैप्पी शब्द को क्रिसमस के साथ जोड़ना गलत नहीं है आप चाहे तो हैप्पी क्रिसमस भी बोल सकते हैं|आज भी कुछ देशों में हैप्पी क्रिसमस बोला जाता है | Merry शब्द को परम्प्रात्मक होने के कारण Christmas के साथ जोड़कर रखा गया है जैसे कि आप Merry बोल रहे है तो अगला शब्द क्रिसमस ही होगा ऐसा सामने वाला आसानी से अनुमान लगा लेगा|

Christmas tree क्यों लगाते हैं

तो दोस्तों आइए अब जानते हैं,‌ कि हम क्रिसमस का पेड़ क्यों लगाते है, और मैं आपको यह भी बताऊंगा इसकी शुरुआत कैसे हुई। तो यह आर्टिकल अंत तक जरूर पढ़ें।
सबसे पहले यह जानते हैं, की पेड़ लगाने की प्रथा कब से शुरू हुई।

तो दोस्तों, यह माना जाता है, की क्रिसमस का पेड़ लगाने की प्रथा, जर्मनी द्वारा शुरू की गई। यह माना जाता है, कि शताब्दी में क्रिश्चियन लोगों ने, क्रिसमस के पर्व पर, पेड़ लाकर सजाना शुरू किया, और यह मानने जाने लगा पेड़ लगाना शुभ होता है, और इससे खुशहाली आती है। और देखते ही देखते, यह रिवाज हर जगह फेल गया। और जब पेड़ों की कमी पढ़ती थी, या आसपास पेड़ मिलना संभव नहीं है, तो लकड़ी का त्रिभुज यानी पिरामिड बनाया जाता है, और उसे सजाया जाता है। और “मार्टिन लूथर” ने पहली बार कहा, और बताया कि हमें क्रिसमस के पेड़ के आसपास मोमबत्ती भी लगानी चाहिए।

क्रिसमस का पेड़ आमतौर पर, “पाइन या स्पृक” का बनाया जाता है। और यह भी कहा जाता है, की “सैंटा क्लॉस” यानी नाता बाबा बच्चों को तोहफा क्रिसमस के पेड़ के नीचे देते हैं।

आइए अब जानते हैं,‌ क्रिसमस का पेड़ लगाने से हमें क्या क्या लाभ मिलते हैं।
तो दोस्तों, यह माना जाता है कि, क्रिसमस का पेड़ घर में लगाने से, घर में सुख समृद्धि आती है, घर में सुख शांति आती है, घर सकारात्मक ऊर्जा से भर जाता है।

साथ में ही जो नकारात्मक ऊर्जा है, और जितनी भी कड़वाहट वह सब दूर हो जाती है। घर के ऊपर से बुरा साया भी हट जाता है।

क्रिसमस की पेड़ को निरंतरता का प्रतीक माना जाता है, और यह भी कहते हैं, कि क्रिसमस के पेड़ को लगाने से बच्चों की आयु भरी जाती है।

और यह भी कहते हैं, कि यह पेड़ लगाने से, घर में से बुरी आत्माएं चली जाती है, और घर में खुशहाली आती है। और क्रिसमस के पेड़ की बाजू के मोमबत्तियां आयु बढ़ाने का प्रतीक माना जाता है।

क्रिसमस ट्री को कभी भी दरवाजे के सीधा सामने या बाथरूम के बारे में कभी भी सो जाना नहीं चाहिए। इससे नकारात्मक ऊर्जा और बुरा साया घर पर आ सकते हैं।

तो क्रिसमस ट्री, क्रिश्चन समाज में, और क्रिसमस में बड़ी अहमियत रखता हैं, और इसे हर साल सजाया जाता है। क्रिसमस ट्री के बिना क्रिसमस अधूरा है‌।

कैसे और कहाँ लगायें Christmas Tree

क्रिसमस ट्री को सजाते वक्त भूलकर भी ना करें ये गलतियां

क्रिसमस का नाम सुनते ही अधिकांश लोगों के मन में सांता क्लॉस और क्रिसमस ट्री की तस्वीर बन कर आती है | और वह इन्हीं के बारे में सोचने लग जाते हैं | वैसे तो इस त्यौहार को पूरे विश्व में मनाया जाता है| और क्रिसमस ट्री को सजाया जाता है दोस्तों क्रिसमस ट्री को सजाते वक्त आपको यह गलतियां भूल कर भी नहीं करनी चाहिए |
1. क्रिसमस ट्री को दक्षिण पूर्व दिशा में लगाना शुभ माना जाता है क्योंकि यह परंपरा बीते समय से चली आ रही है और फेंगशुई के मुताबिक ऐसा करने से घर में सुख समृद्धि आती है और घर में किसी भी प्रकार की बीमारी एकदम से प्रवेश नहीं करती है
2. फेंगशुई के मुताबिक घर की बैठक में क्रिसमस ट्री को नहीं रखना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से परिवार वालों के बीच कड़वाहट आती है जिससे घर के सदस्यों के बीच मनमुटाव बढ़ता है अगर दोस्तों आप क्रिसमस ट्री को बैठक में ही सजाना चाहते हो तो क्रिसमस ट्री को गोल्डन रंग की लाइट से ही सजाएं इससे अशुभ प्रभाव खत्म हो जाता है और घर में सुख शांति आने के चांस ज्यादा हो जाते हैं
3. क्रिसमस ट्री को घर के मेन गेट के ठीक सामने और बाथरूम के पास नहीं रखना चाहिए क्योंकि इससे असफलता और नकारात्मक उर्जा आती है जो कि आपके लिए काफी नुकसानदायक हो सकती है अगर घर में अशांति बनी रहती है तो क्रिसमस ट्री को घर के ऊपरी हिस्से में दाहिने और रखें ऐसा करने से घर में सुख शांति और प्यार बढ़ता है आप इन तरीकों को आजमा कर अपने साल की शुरुआत अच्छे ढंग से कर सकते हो और आने वाले अपने साल को सुखमय बना सकते हो

Santa Claus के बारे में जानकारी

बच्चे क्रिसमस बनाये और santa claus को याद न करे ये तो बहुत मुश्किल है।चाहे बात हो कार्टून्स की,टीवी शोज की या फिर चर्च की।आपको हर जगह santa claus दिख ही जाएंगे।आम तौर पर ये माना जाता है कि santa claus क्रिसमस से एक रात पहले बच्चो को उनके मनपसंद के उपहार देते है जिसके कारण बच्चे बड़ी उत्सुकता से क्रिसमस पर santa claus का इंतज़ार करते है।मगर क्या आप लोग जानते है कि santa claus असल मे थे कौन और क्यों वे बच्चो मे तोहफे बाटते है अगर नही तो पड़ते रहिये हमारा ये आर्टिकल।

santa claus की वर्तमान छवि

आज के समय ऐ santa claus को एक लाल कपड़ो वाले व्यक्ति जिसके पास ढेर सारे तोहफे होते है और फिर वह तोहफे वो बच्चो मे उनकी अच्छाई के अनुसार बाट देता है यानी कि जो बच्चे स्वभाव के अच्छे होते हैं उनको santa claus अच्छे तोहफे देते हैं और जो बच्चे स्वभाव के अच्छे नहीं होते उनको वह तोहफे की जगह कोयला दे देते हैं। इसीलिए अगर आपको भी santa claus से अच्छे-अच्छे तोहफे चाहिए तो अच्छे बच्चों की तरह नहाना शुरू कर दीजिए।

santa claus सभी बच्चों के लिए तोहफे बनाने के लिए अपने elves(बौनों) की मदद लेते हैं जो उत्तरी ध्रुव(north-pole) पर santa claus के साथ रहते है और वही पर सभी बच्चो के लिए खिलौने बनाते है।उसके बाद वो sleigh पर बैठकर अपने reindeers की मदद से उन सभी तोहफों को बच्चों के पास पहुँचाते है और उनके merry christmas को और ज्यादा merry कर देते है।

santa claus का इतिहास

santa claus असल मे एक 4थी शताब्दी के ईसाई धर्माध्यक्ष थे जिनका असली नाम Saint Nicholas था और वे myra(आज का turkey) मे रहते थे। वे बहुत ही दयालु थे।वे गरीब लोगो को तोहफे दिया करते थे ।एक बार उन्होंने तीन बहनों की भी शादी होने मे मदद करी थी।वह बहुत ही धार्मिक थे और उन्होंने अपना पूरा जीवन ईसाई धर्म की आराधना करने मे लगा दिया जिस कारण उनको ईसाई धर्म के व्यक्तियों द्वारा पूजा जाने लगा।

उसके बाद saint nicholas की याद मे dutch मे हर साल 6 दिसंबर को बच्चों मे तोहफे बाटे जाने लगे और saint nicholas को सिंतेरक्लास्(sinterklaas) के नाम से जाना जाने लगा।इसके बाद धीरे धीरे इसे 6 december से 25 दिसम्बर कर दिया गया ताकि बच्चे ,sainta claus को कोई संत न समझकर ईसामसीह से जुड़ा कोई व्यक्ति समझे।अर्थात ये सिर्फ ईसाई धर्म के प्रचार प्रसार के लिए किया गया।

इसके बाद 1773 मे dutch से sinterklass का प्रभाव अमेरिका के लोगो पर भी पड़ने लगा और अमेरिका आकर sinterklass का नाम santa claus पड़ा, जिस नाम से आज हम उनको जानते है।इसके बाद अब उनकी एक संत वाली छवि धीरे धीरे खत्म हो गयी और उन्हें हरा coat पहने हुए एक मोटे पेट वाले व्यक्ति जैसा दर्शाया गया।

इसके बाद 1821 मे एक कविता जिसका नाम “Old Santeclaus with Much Delight” था बहुत मशहूर हुई जिसमें santa claus एक मोटे व्यक्ति के रूप मे दिखाया गए जो sleigh पर बैठे हुए थे जिसे reindeers चला रहे थे।इसके बाद एक कहानी मे santa claus को ” हो हो हो हो” करके हँसते हुए दिखाया गया तो एक कहानी मे उन्हें north pole पर रहते हुए दिखाया गया।1853 मे एक मैगज़ीन निकाली गयी जिसमे क्रिसमस के रीति-रिवाजों को समझा रखा था उसी मे ये भी दिखाया गया कि कैसे बच्चे अपनी जुराबों को टांग पर उनमे अपनी इच्छा लिखने का भी वर्णन किया गया।और इसी के बाद से इस रिवाज की शुरुआत हुई तो अब आप अपने दोस्तों को बता सकते है कि आखिर लोग अपनी इच्छा को जुराब मे रखकर जुराब को खिड़की पर क्यों टांगते है।
इसके बाद santa claus को 20वी सदी मे लोगो का बहुत प्यार मिला और वो क्रिसमस के एक पूरक बन गए।आज हम अगर क्रिसमस के बारे मे सोचते है तो सबसे पहले हमें santa claus की याद आती हैं।उस समय भी ऐसे ही लोगो पर santa claus का बुखार चढ़ गया था।बहुत सी companies अपने product बेचने के लिए santa claus की तस्वीरों का इस्तेमाल कर रही थी और बहुत से दुकानदार santa claus के कपड़े पहन रखे थे जिससे की लोग उनकी दुकान से सामान खरीदे और उनकी बिक्री बड़े।

santa claus की आलोचना calvinist और puritan(नैतिकवादी) christians द्वारा क्रिसमस और santa claus का विरोध

calvinist और puritan लोगो को यह मानना है कि santa claus तोहफों से सम्बंधित है और तोहफे एक भौतिकवादी(materialistic) चीज़ है और इनका आस्था से कोई सम्बन्ध नही है।
इसी कारण से ये लोग क्रिसमस की छुट्टी का भी हमेशा विरोध करते रहे और क्रिसमस की जगह नए साल पर खुशियाँ बनाने लगे।

विज्ञापन मे दुरूपयोग

santa claus का 19वी सदी मे काफी प्रचार किया गया लेकिन उनके इस प्रचार मे उनको ज्यादा से ज्यादा एक महत्वकांशी समाज का हिस्सा दिखाया गया जैसे उनके पास काफी सुंदर कपड़े और टोपी होने या फिर एक sledge और कई सारे reindeers होना।ये सभी चीज़े सिर्फ और सिर्फ santa claus को एक सुंदर और मनभावी व्यक्ति के रूप मे दिखाने के लिए की गयी थी जो कि कई लोगो को,खासकर उनको जो saint nicholas के मार्ग और चलते थे उन्हें बिलकुल पसंद नही आयी।

बच्चो को धोखा देने वाली कहानियां

कई लोगो का यह मानना था कि parents अपने बच्चो को santa claus की कहानियां तो सुनाते है लेकिन उन्हें ये नही बताते की santa claus कोई असली व्यक्ति नही है और एक कल्पनीय व्यक्ति है।और असलियत मे santa claus जिस कारण बच्चे ये मानने लगे जाते है कि santa claus सच मे होता है जो कि किसी बच्चे के दिमागी विकास के लिए सही नही है।
हालाँकि इसके जवाब मे कई लोगो का यह भी कहना है कि बच्चो को santa claus की झूठी कहानी सुनाकर बच्चो की मासूमियत को बचाये रखा जा सकता है।और उनको अच्छे काम करने के लिए प्रेरित किया जा सकता है।

इस पर आपका क्या कहना है अपनी राय हमको कमेंट बॉक्स मे लिखकर जरूर बताएं आपसे मुलाक़ात होगी फिर कभी।तब तक के लिए जय हिंद।।