मालूम हो कि देश भर मे 21 दिन का सम्पूर्ण Lockdown (तालेबंदी) जारी है, इस दौरान जब 21 दिवसीय लॉकडाउन की अवधि खत्म होने की तारीख नजदीक आते देख आगे लॉकडाउन की बहाली की अटकलें और भी तेज हो गयी है घरों के आवास कक्ष में लगे टी.वी के सामने वाले सोफो से लेकर देश भर के बड़े-बड़े मीडियाहाउसेस में सद्गर्मी बढ़ती जा रही, अब जब ऐसी सिथिति है तो व्हाट्सएप्प विश्विद्यालय (Whatsapp University) के गलियारों में अफवाहों का बाजार में गर्मी और तेजी होना तो लाज़मी है
अब यहां बड़ी बात सत्ता में असिन लोगो के रुख को देखना है, जी हां यानी लॉकडाउन को लेकर प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल समेत उच्चाधिकारियों का इस मसले पर क्या कहना है? इस दौरान लगातार सरकार ये कोशिश करती रहे कि नागरिकों को सीधे तौर पर सरकरि चिन्तन का इज़हार न होने पाए चूंकि ऐसा होते ही एक बार फिर वही सिथति खड़ी हो सकती है जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 21 दिवसीय सम्पूर्ण लॉकडाउन की घोषणा वाली रात सामने आई थी – लोग बुरी तरह डर कर आतंकित खरीदारी (Panic Buying) करने लगे थे इस कारण बाजार में अस्थाई तौर पर समान के अभाव की सिथिति उत्पन्न हो गयी दुकानों के बहार खरीदारों की लंबी-लंबी कतारें लग गयी
अब सबसे चौका देने वाली बात तो ये थी कि इस संवेदनशील वक्त में भी कई दुकानदारों और थोकविक्रेताओ (Wolesalers) ने कृत्रिम अभाव की सिथिति उतपन्न करके सरकार द्वारा निर्धारित “अधिकतम खुदरे मूल्य” (Mrp) से अधिक मूल्यों पर चीज़े बेच कर भारी मुनाफा कमाया हालांकि ऐसे में प्रसाशन की मुस्तैदी और छापेमारी की भी खबरे सामने आई जिससे काफी हद तक माहोल में स्थिरता आयी।

पर ये तो रही अब तक कि बात पर देश की सवासौ करोड़ जनता के लिए यह जानना भी एक अहम मुद्दा है कि ये लॉकडाउन कब तक खुलेगा अर्थात कब तक सिथति पहले जैसी सामान्य हो जाएंगी तो ऐसे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी का सबब हो सकता है चूंकि अभी तक सरकार ने ये साफ नही किया है कि लॉकडाउन को बढ़ाने या फिर निश्चित तिथि पर खोलने को लेकर क्या राय है??
परन्तु इतिनि बात तो पक्की है कि देश मे 14 अप्रैल की तारीख आ जाने के बाद भी कई हिस्सों में रफ्तार थमी रहेगी ऐसा हम इसलिए कह रहे है चूंकि लगातार देश के प्रधानमंत्री द्वारा किये जा रहे प्रयासों और कदमो से ये साफ़ होता जा रहा है, अब केवल इतना देखना बाकी है कि सरकार आगे आने वाले समय मे लॉकडाउन को किस प्रकार अमल में लाती है इसको समझने के लिए आपको लॉकडाउन के तीन मॉडल्स (प्रणालियों) को जानना होगा आईए एक नज़र मरते है इन तीनो मॉडल्स पर।
• आने वाले समय मे ऐसे लगेगा लॉकडाउन :
लॉकडाउन को लेकर अगर हम पिछले ऐतेहसिक घटनाओं को टटोले और उन से नीतियों और आकड़ो को खंगाले तो लॉकडाउन के दो मॉडल निकल कर सामने आते है जो कि निम्नदर्शित तथा निम्नलिखित है :
सम्पूर्ण लॉकडाउन मॉडल (Overall Lockdown Model) :
सम्पूर्ण लॉकडाउन मॉडल वही सिथिति है जिससे पूरा देश मौजूदा समय में जुंझ रहा है, हालांकि ये पूरे देश भर के लिए अत्यन्तवश्यक है इसके दौरान देश भर में कई बड़ी और मुख्य सेवाओ और कारखानों के संचालन पर रोक लगा दी जाती इस दैरान केवल अत्यंत आवश्यक सेवाओ जैसे महत्वपूर्ण खाद्य सेवाय, संचार सेवाय, अत्यंत आवश्यक मामलों पर न्यायिक सेवाएं आदि है इस दौरान देश भर में अंतरराज्य तथा अंतराष्ट्रीय परिवहन माध्यमो पर रोक लगा दी जाती है देश के एक भाग से दूसरे भाग में केवल आलाधिकारियों और डॉक्टरों को ही जाने की इजाज़त होती है |
ये मॉडल भी दो आयामो में बाटा गया है > स्थान पर सम्पूर्ण सील लगाना > आवश्यक वस्तुओं तक जाने की छूट इसमें केवल इतना ही अंतर है की क्रमशः एक मे किसी भी प्रकार के कार्यो के लिए बाहर जाने की इजाज़त नही होती है जरूरी सेवाएं और वस्तुए सरकार द्वारा प्रदत्त होती है एवं, इसमें कुछ आवश्यक सेवाएं और वस्तुओं तक जाने की छूट प्राप्त होती है।
आंशिक लॉकडाउन (Partial Lockdown) :
इस प्रकार के लॉकडाउन में केवल इतना अंतर होता है कि किसी प्रान्त या राष्ट्र के उस भाग में ही तालेबन्दी कि जाति है जो अधिक प्रभावित होता है | जैसे उत्तरप्रदेश था दिल्ली के सीमांत इलाके साथ ही सम्पूर्ण मुम्बई तथा पुणे के भाग है आगे आने वाले समय मे इस प्रकार के लॉकडाउन के लगने की अधिक संभावना है, इस प्रकार के लॉकडाउन में संक्रमण फैलने का खतरा 25% तक बना रहता है चुकी इस दौरान शेष भाग में आवाजाही और कारखानों को खोल दिया जाता है, इसने प्रशासन तथा पोलिस महकमे की मुस्तैदी होने बहुत जरूरी है, वरन राष्ट्रभर में संक्रमण का अनचाहा सेलाब उतर आता है।

सिथिति का सार :
• भारत में कोरोना की दस्तक :
भारत मे 13 फरवरी 2020 को गुरुवार को कोरोना (कोविड-19) संक्रमण का पहला मामला सामने आया था, एक व्यक्ति जो विदेश यात्रा करके वापस अपने घर केरल में पहुँचा तो जांच के दौरान संक्रमण-पॉजिटिव पाया गया।
• जनता कर्फ्यू :
20 मार्च 2020 को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के औपचारिक ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया गया जिसमें उन्होंने जनता से जनता के द्वारा जनता के लिए जनता कर्फ्यू लगाने का आदेश दिया।
• 21 दिवसीय सम्पूर्ण लॉकडाउन :
मौजूदा वक्त में पूरा देश थम सा गया है, देश को इस संक्रमण के संकट से बचाने के लिए देश भर में सभी स्कूल,कॉलेज,दफ्तर यहां तक कि धार्मिक स्थलों को भी स्थाई रूप से अनिश्चित काल तक के लिए बंद कर दिया गया है, केवल देश भर में कुछ बहुत जरूरी सेवाओ को ही जारी रखा गया है।
अगर कुल मिलाकर हम इन अभी बातों का योग करे और एक परिणाम निकले तो ये चीज़ स्पष्ट होकर समक्ष आती है कि लॉकडाउन की अवधि को आग बढ़ाया जाएगा, अगर हम इस पूर्वानुमान को प्रतिशत में निकले तो निम्न परिणाम समक्ष आते है :
- हाँ, लॉकडाउन की अवधि को आगे बढ़ाया जाएगा – +70%
- नहीं, लॉकडाउन की अवधि को आगे नही बढ़ाया जाएगा – -5%
- आंशिक लॉकडाउन किया जाएगा – -25%
- बाकी आप अपनी राय हमे कमेंट बॉक्स में बता सकते है।
• चेतवानी
ऊपर दी गयी सम्पूर्ण जानकारी अंतरजाल माध्यमो और समाचार पत्र-पत्रिकाओं के अध्ययन से तय्यार किया गया है हमारी मंशा सरकार एवं अन्य किसी आलाधिकारी के निर्णयों और कार्यवाही पर सवाल उठना या फिर उसका बेढंगा पूर्वानुमान लगाना नही है।
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