दोस्तों स्वागत है, आपका एक और नए आर्टिकल में, जिसने मैं आपको बताने वाला हूं, आखिर कैसे और क्यों यह ब्लैक होल इतनी बड़े बन जाते हैं। अगर आपको ब्लैक उसके बारे में जानकारी सीमित है, तो कोई बात नहीं दोस्तों, क्योंकि मैं आपको ब्लैक होल की हर एक बातें आप सभी को एकदम बारीकी से समझाऊंगा। तो जरूर से यह आर्टिकल पूरा पढ़िए।
![Black Hole](https://briefingpedia.com/wp-content/uploads/2019/12/Screenshot_2019-12-14-20-32-00-004-1024x601.jpeg)
सबसे पहले ब्लैक होल के बारे में थोड़ी बातें जान लेते। आखिरी यह कैसे बनते हैं? सबसे पहले वह जानते हैं। तो दोस्तों, ब्लैक होल बनने की प्रक्रिया बहुत ही खतरनाक है, जिसमें कोई तारा हमारे सूर्य से लगभग 15 गुना, या उससे ज्यादा बड़ा हो तो वह मरने के बाद एक ब्लैक होल में परिवर्तन हो जाता है। और जो सितारा सूर्य जितना बड़ा हो वह मरने के बाद एक “वाइट ड्रॉफ” नामक सितारा में बदल जाता है। और जो तारे सूर्य से बड़े हो लेकिन इतने बड़े ना हो कि ब्लैक होल बन जाए तो वह “न्यूट्रोनस्टार” में तब्दील हो जाते है। इन दो सीतारो के बारे में हम किसी और आर्टिकल में जानेंगे। दोस्त अब मुझे पूरी उम्मीद है कि आप ब्लैक होल के बारे में और उसकी बनने की प्रक्रिया के बारे में सब कुछ जान गए होंगे।
![Neutron Star](https://briefingpedia.com/wp-content/uploads/2019/12/Screenshot_2019-12-14-20-35-05-249.jpeg)
![White Dwarf](https://briefingpedia.com/wp-content/uploads/2019/12/Screenshot_2019-12-14-20-37-11-749.jpeg)
अब जानते हैं कि यह ब्लैक होल इतने बड़े कैसे हो जाते हैं। तो दोस्तों, जितने भी सुपरमैसिव ब्लैक होल होते हैं, यानी विशालकाय और अति विशालकाय ब्लैक होल, वह सभी हमेशा गैलेक्सी के केंद्र में ही होते हैं। लेकिन चौका देने वाली बात यह है, कि सिर्फ बिग बैंग के सिर्फ 80 करोड़ साल बाद ही, यह ब्लैक होल बहुत बड़े हो गए थे, और गैलेक्सी केंद्र में मौजूद थे। तो आखिर इतने कम समय में यहां ब्लैक होल इतने बड़े कैसे हो गए, यह “कॉस्मोलॉजी” यानी ब्रह्मांड विज्ञान के अब तक के सबसे मुश्किल सवालों में से एक है। तो इसके ऊपर काफी सारी थ्योरी बनी है, और सारी की सारी थ्योरीस बहुत कमाल की है। तो सभी के बारे में जानते हैं।
- डायरेक्ट कॉलएप्स थ्योरी The Direct Collapse Theory.
तो इस थ्योरी के अनुसार, ब्रह्मांड ब्लैक होल बनाने का एक शॉर्टकट को ढूंढ लेता है, जैसा कि मैंने ऊपर बताया, की ब्लैक होल बनता है, किसी तारे के मरने के बाद, लेकिन जैसा कि मैंने यह पर बताया, ब्रह्मांड ब्लैक होल बनाने का शॉर्टकट को ढूंढ लेता है। तो इस थ्योरी के अनुसार, जो तारे बनने की प्रक्रिया है, की कोई गैस का बादल गुरुत्वाकर्षण बल के कारण एक जगह जमा होता है, और एक जगह का घनत्व यानी डेंसिटी बढ़ने के कारण वहां पर गुरुत्वाकर्षण बल और शक्तिशाली हो जाता है, और ऐसे ही प्रक्रिया चलती रहती है, गुरुत्वाकर्षण बल एक बार इतना शक्तिशाली हो जाता है, की बादल में धमाका हो जाता है, और फ्यूजन यानी विलय की प्रक्रिया शुरू हो जाती है। ऐसे ही एक सितारा बनता है। और यह बादल ज्यादातर हाइड्रोजन से बना होता है। लेकिन हमारे ब्रह्मांड ने एक ऐसा तरीका ढूंढा, जिससे यह प्रक्रिया होती ही नहीं है, बल्कि बादल में धमाका होने के बजाय, वहां का घनत्व बढ़ता रहता है, और इतना ज्यादा हो जाता है, कि वह सीधे ब्लैक होल में परिवर्तित हो जाता है। यह एक बहुत ही कमाल की थ्योरी है। इससे एक बहुत ही बड़ी उलझन कम हो जाती है। ब्रह्मांड की शुरुआत में ही काफी बड़े-बड़े ब्लैक होल बन सकते हैं।
![Direct Collapse](https://briefingpedia.com/wp-content/uploads/2019/12/Screenshot_2019-12-20-20-52-36-695.jpeg)
2. डार्क मैटर थ्योरी Dark Matter Theory.
इस थ्योरी के अनुसार, ब्लैक होल सिर्फ साधारण मैटर को ही नहीं खा रहे हैं, बल्कि वह डार्क मैटर को खा जाते है। अगर आप डार्क मैटर शब्द पहली बार सुन रहे हैं, तो मैं आपको बताना चाहूंगा, कि जो साधारण मैटर यानी द्रव्य जो होता है, वह परमाणु यानी एटम से बना हुआ होता है। हो जिसे हम देख या महसूस कर सकते हैं। लेकिन जो डार्क मैटर होता है, वह हमें दिखाई भी नहीं देता और हम उसे महसूस भी नहीं कर सकते। क्योंकि, वह साधारण परमाणु से नहीं बना होता। वह किसी खास परमाणु से बना होता है, जिसका साइंटिस्ट अभी पता लगा रहे हैं। तू इस थ्योरी का दावा यह है, की ब्लैक होल साधारण द्रव्य के साथ साथ डार्क मैटर को भी खा रहे हैं। तो क्या आपके मन में ख्याल आ रहा है, की ब्लैक होल कैसे डार्क मैटर के साथ कैसे परस्पर क्रिया कर सकते हैं, तो मैं आपको यह बताना चाहूंगा कि, डार्क मैटर गुरुत्वाकर्षण बल के साथ परस्पर क्रिया करता है, इसी के कारण हम इसका पता लगा सके हैं, और ब्लैक होल का गुरुत्वाकर्षण बल सबसे शक्तिशाली होता है, इसलिए यह मानना है, कि ब्लैक डार्क मैटर को खा सकते हैं।
3. कॉलिजियन थ्योरी Collision Theory.
तो यह थ्योरी, एकदम सरल है। इस थ्योरी का मानना यह है, कि ब्लैक होल आपस में टकरा टकरा कर बड़े हुए हैं। इसके अनुसार जो छोटे ब्लैक होल होते हैं, जो किसी सितारे के मरने के बाद पैदा होते हैं। किसी क्षेत्र में कुछ समय के लिए बहुत सारे सितारे एक साथ भी मार सकते हैं, और उनसे जितने भी छोटे ब्लैक में बनेंगे आपस में सभी साथ में मिलकर एक बड़ा ब्लैक और बन जाएंगे, और इस प्रकार एक बड़ा ब्लैक होल बन जाएगा। यह सुनने में आसान लगता है, लेकिन वास्तविकता नहीं हम मुश्किल है। क्योंकि छोटे-छोटे ब्लैक कोई भी आपस में मिलकर, अति विशालकाय ब्लैक होल बनने में काफी देर लगती है। और जैसा कि मैंने आपको बताया, कि सिर्फ बिग बैंग के सिर्फ 80 करोड़ साल बाद ही, यह ब्लैक होल बहुत बड़े हो गए थे, और गैलेक्सी केंद्र में मौजूद थे। तो यह थ्योरी इस बात को नहीं समझा सकती।
![Two Black Hole merging](https://briefingpedia.com/wp-content/uploads/2019/12/Screenshot_2019-12-20-20-55-57-615.jpeg)
4. डार्कस्टार Dark Star.
तो यह थ्योरी, इन चारों में सबसे कमाल की है, और सबसे अजीब है, और मैं खुद व्यक्तिगत रूप से इस थ्योरी के खिलाफ हूं। लेकिन यहां पर आप सभी मुझे पढ़ने आए हैं, इसलिए मुझे आप सभी को बताना पड़ेगा। तो इस थ्योरी के अनुसार जो डार्क मैटर होता है, वहां डार्कस्टार को ऊर्जा देता है, और यह डार्कस्टार बहुत बड़े होते हैं, और इनके मरने के बाद, एक बहुत ही विशालकाय ब्लैक होल पैदा होता है। तो आपका क्या मानना है, यह थ्योरी सही है? कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। और अगर बड़े-बड़े ब्लैक होल पैदा होंगे, तो आपस में मिलकर, यह एक अति विशालकाय ब्लैक होल बन सकते हैं।
![DARK STAR](https://briefingpedia.com/wp-content/uploads/2019/12/Screenshot_2019-12-20-20-58-08-945.jpeg)
ब्लैक होल के ऊपर और भी बहुत सारे थ्योरी है, लेकिन वह बहुत सारी चीजों को साबित कर नहीं पाते, इसलिए काफी सारे लोग उन थ्योरी नहीं मानते, और भी बहुत सारी थ्योरी है, जिनके बारे में, मैं आपको भविष्य में बतता रहूंगा। तो दोस्तों आपको यह आर्टिकल कैसा लगा? अगर आप अपनी ज्ञान की सीमा को और बढ़ाना चाहते हैं, तो आप हमारे वेबसाइट को विजिट कर सकते हैं। briefingpedia.com
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