स्वतंत्रता दिवस (15 August) क्यों मनाया जाता है?

1997

दोस्तों भारत त्योहारों का देश है यहां पर न जाने कितने त्यौहार और पर्व मनाए जाते हैं। कुछ किसी धर्म विशेष के त्योहार होते हैं और कुछ त्यौहार ऐसे होते हैं जो पूरे देश में सभी के साथ मिलकर मनाए जाते हैं। ऐसे त्योहारों को राष्ट्रीय त्योहार कहा जाता है। 15 August यानी स्वाधीनता दिवस उन्ही में से एक है।
भारत में हर साल 15 August की तारीख को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है पूरे राष्ट्र में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
आइए जानते हैं क्यों मनाया जाता है भारतीय स्वतंत्रता दिवस

अनुक्रम

15 August क्यों मनाया जाता है?

जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्रता प्राप्ति के उपलक्ष में मनाया जाता है। 15 August 1947 को भारत को अंग्रेजी सरकार की गुलामी से आजादी मिली थी और भारत एक स्वतंत्र राष्ट्र बन गया था तभी से निरंतर हर साल 15 August को संपूर्ण भारत मे एक राष्ट्रीय पर्व के रूप में स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता ।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन

भारत में 200 वर्षों से ज्यादा समय तक ब्रिटिश सरकार ने शासन किया है। ब्रिटिश शासन के विरुद्ध लंबे समय तक भारत ने संघर्ष किया। भारत में अंग्रेजों के खिलाफ कई लड़ाइयां लड़ी गई और कई आंदोलन किए गए। ऐतिहासिक दृष्टि से अंग्रेजों के खिलाफ पहला विद्रोह सन 1857 में किया गया जिसे प्रथम स्वतंत्रता संग्राम कहा जाता है। हालांकि इससे पहले भी अंग्रेजों के विरुद्ध कई विद्रोह हुए हैं परंतु राष्ट्रीय स्तर पर सबसे सशक्त विद्रोह 1857 में ही हुआ इसके बाद निरंतर आजादी के लिए संघर्ष चला। स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी,‌ सुभाष चंद्र बोस आदि कई नेताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। महात्मा गांधी ने भारतीय स्वतंत्रता के लिए बहुत कार्य‌ किया है। गांधीजी ने अंग्रेजो के विरुद्ध कई आंदोलनों का नेतृत्व किया था जिनमें से नमक सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन आदि प्रमुख हैं। उनके समय अंग्रेजों के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार था अंग्रेजी सामान का बहिष्कार और स्वदेशी का प्रचार। उस समय अंग्रेजी सामान का बहिष्कार किया जाता था, अंग्रेजी स्कूलों और संस्थाओं का भी बहिष्कार किया गया। अंग्रेजी संस्थाओं के स्थान पर कई भारतीय संस्थाओं को भी आरंभ किया गया जैसे काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की गई जो आज बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के नाम से जाना जाता है। गांधीजी ने‌ चरखे के द्वारा स्वदेशी अपनाने का संदेश दिया।
दूसरे विश्वयुद्ध के समय अंग्रेजों के खिलाफ सबसे बड़ा विद्रोह सुभाष चंद्र बोस ने किया था। वह भारत को अहिंसा के दम पर नहीं बल्कि साम-दाम-दंड-भेद किसी भी तरह से भारत को आजादी दिलाना चाहते थे। उनका लक्ष्य था अंग्रेजो के खिलाफ एक बड़ी सेना तैयार करना। उन्होंने जर्मनी, जापान आदि कई देशों की मदद से अंग्रेजो के खिलाफ एक सेना तैयार की और आजादी के लिए लड़ाई लड़ी इसके अलावा भारत में क्रांति को जन्म देने वाले और भी कई लोग जैसे भगत सिंह, राजगुरु, राम प्रसाद बिस्मिल आदि थे। इन लोगों के बलिदान को भारत सदैव याद रखेगा।

भारतीय स्वतंत्रता 1947

पूरे देश में हो रहे विद्रोह और आंदोलनों के फल स्वरुप 1946 को ब्रिटिश सरकार ने भारत में अपना शासन खत्म करने की और भारत को आजाद करने की घोषणा की। ब्रिटिश मंत्रिमंडल का एक दल उस समय भारत आया इस दल को‌ इतिहास में कैबिनेट मिशन के नाम से जाना जाता है। 20 फरवरी 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन को भारत का नया वायसराय बनाया गया। लॉर्ड माउंटबेटन ने भारत विभाजन की योजना प्रस्तुत की जिसमें भारत और पाकिस्तान दो देश बनाने का निर्णय लिया गया।
18 जुलाई 1947 को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम स्वीकृत हुआ और देश भारत और पाकिस्तान नामक दो देशों में विभक्त हुआ। 14 और 15 अगस्त 1947 की मध्य रात्रि को भारत को आजादी मिली। और अंततः भारत स्वतंत्र हुआ।

15 August
15 August

स्वतंत्रता दिवस कैसे मनाया जाता है?

स्वतंत्रता दिवस भारत का राष्ट्रीय पर्व है इसलिए इसको संपूर्ण भारत में बड़े ही धूमधाम से व हर्ष उल्लास के साथ मनाया जाता है। इस दिन सभी सरकारी संस्थाओं, कार्यालयों आदि में भारत का राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है एवं राष्ट्रगान गाया जाता है। भारत की राजधानी दिल्ली में यह पर्व विशेष रूप से मनाया जाता है इस दिन भारत के प्रधानमंत्री देश को संबोधित करते हैं।
सभी विद्यालयों, कॉलेजों आदि में स्वतंत्रता दिवस को लेकर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।

15 August PM Modi

स्वतंत्रता दिवस का महत्व

भारतीय स्वतंत्रता दिवस का मतलब सिर्फ एक त्यौहार ही नही है बल्कि ये दिन हर भारतीय के जीवन में एक बहुत बड़ा महत्व रखता है। स्वतंत्रता दिवस जैसे राष्ट्रीय त्यौहार भारतीय नागरिकों में राष्ट्रीय एकता की भावना जागृत करते हैं। सभी देशवासियों के मन में‌ अपने देश के लिए देशभक्ति की भावना होती है।

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भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के कुछ महत्वपूर्ण व्यक्ति।

1. सुभाष चंद्र बोस
सुभाष चन्द्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को वर्तमान उड़ीसा प्रांत के कटक में हुआ था। सुभाष चंद्र बोस युवावस्था से ही अंग्रेजो के खिलाफ आवाज उठाने लगे थे। उन्होंने गांधी जी और कांग्रेस के साथ मिलकर स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया। बाद में वे कांग्रेस के अध्यक्ष भी बने परंतु कुछ मतभेद होने के कारण उन्होंने अपना एक अलग दल ‘फॉरवर्ड ब्लॉक’ बना लिया।
उन्होंने देश विदेश घूम कर अंग्रेजो के खिलाफ लड़ने के लिए आजाद हिंद फौज का गठन किया। और वह उसके सेनानायक बने। 18 अगस्त 1945 मैं एक विमान दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई परंतु उनकी मृत्यु के संदर्भ में इतिहासकारों के बीच विवाद है।

महात्मा गांधी
भारत के राष्ट्रपिता के रूप में विख्यात महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। उनका वास्तविक नाम मोहनदास करमचंद गांधी था।
भारत की स्वतंत्रता आंदोलन में उनका एक बहुत बड़ा योगदान है उन्होंने अपने जीवन में भारतीय स्वतंत्रता के लिए बहुत ज्यादा कार्य किया है। अंग्रेजों के विरुद्ध कई आंदोलनों का नेतृत्व महात्मा गांधी ने किया है नमक सत्याग्रह, असहयोग आंदोलन, भारत छोड़ो आंदोलन आदि मैं गांधी जी ने अपना सबसे बड़ा योगदान दिया है।

सरदार भगत सिंह
भगत सिंह आज के युवाओं के लिए सबसे बड़े प्रेरणास्रोत हैं भगत सिंह को भारत में शहीद-ए-आजम से संबोधित किया जाता है। 28 सितंबर 1960 को जन्मे भगत सिंह शुरुआत से ही क्रांतिकारी विचारधारा वाले थे। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ भारत में क्रांति फैलाने में सबसे बड़ा योगदान दिया है। 23 मार्च 1931 को शाम में करीब 7 बजकर 33 मिनट पर भगत सिंह तथा इनके दो साथियों सुखदेव व राजगुरु को ब्रिटिश सरकार द्वारा फाँसी दे दी गई।

भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में और भी कई व्यक्तियों का योगदान है जिन्हें भारतवासी सदैव अपने हृदय में संजोए रखते हैं।
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