देश और दुनिया के इतिहास मे 26 दिसंबर की तारीख – आज का इत्तिहास

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देश और दुनियाभर के इतिहास में आज की तारीख यानी ’26 दिसंबर’ बहुत गहरा इतिहासिक महत्व रखती है , क्योंकि आज ही के दिन कई बड़ी घटनाये घटित हुई और साथ ही अनेक महान हस्तियों का जन्म हुआ , तो चलिए आइए अब हम एक नज़र डालें आज के इत्तिहास पर।

• घटनाये :

(1) आज ही के दिन वर्ष 1606 में महान अंग्रेजी लेखक और साहित्यकार “विलियम शकपियर” ने आपना विश्वविखय और अत्यंत प्रसिद्ध नाटक “किंग लियर” (King Liyar) तत्कालीन अंग्रेजी सम्राट “जेम्स” के समक्ष प्रस्तुत किया था, जिसके उपरांत उससे प्रभावित होकर सम्राट ने उन्हें प्रोत्साहन राशि के तौर पर भारी मात्रा में धन और सामाजिक प्रतिष्ठा प्रदान की।

(2) आज ही के दिन वर्ष 1748 में फ्रांस और आस्ट्रिया के मध्य दक्षिणी हालैंड को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए शांति समझौते पर हस्ताक्षर किये गये जिसके बाद मैत्री और वैश्विक शांति बहाल हुई, और युद्ध की परिस्थिति का अस्त हुआ।

(3) आज ही के दिन वर्ष 1925 में “भारतीय साम्यवादी दल” (Indian Communist Party) की स्थापना एम.एन रॉय, चारु मजूमदार सहित कई बड़े दिक्कजो ने मिलकर स्थापना की थी।

(4) आज ही के दिन वर्ष 1977 में सोवियत संघ द्वारा पूर्वी ख़ज़ाकिस्तान में परमाणु परीक्षण किया था, इस परीक्षण के उपरांत हमेशा की तरह विपक्षी होने के नाते अमेरिका ने सोवियत संघ के इस कदम को वैश्विक शांति पर खतरा और अमैत्री के संदेश के तौर पर लिया था।

(5) आज ही के दिन वर्ष 1978 में भारत की पूर्व प्रधानमंत्री “इंद्रा गांधी” को जेल से रिहाई मिली थी, संज्ञान में हो की इंद्रा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भारत मे वर्ष 1975 से 1977 तक बेवजह गैरकानूनी तौर पर आपातकाल (Emergency) लगाई थी।

• जन्म :

(1) आज ही के दिन वर्ष 1899 में पंजाब के “सुनम” गांव में अमर शहीद महान भारतीय क्रांतिकारी “उद्धम सिंह जी” का जन्म हुआ था, वर्ष 1919 में घटित जलियावाला नरसंघार ने उनके हृदय पर इतना गहरा प्रभाव डाला था कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी को भारत को इतने गहरे घाव देने वाले अंग्रेजी जनरल डायर को मारने के लिए उन्होंने 21 साल तक धन जुटाने भारत से लंदन जाने और पिस्तौल से उसे मारने में बिताये, वह एक अत्यंत महान और त्यागी शख्शियत थे, आज भी पंजाब के सुनम गांव की फ़िज़ायो में उनके ज़हन की स्मृति ताज़ा है।

(2) आज ही के दिन वर्ष 1666 में 10वे और अंतिम सीख गुरु – “श्री गुरुगोविंद सिंह जी महाराज” (ਗੁਰੂ ਗੋਬਿੰਦ ਸਿੰਘ) का जन्म बिहार के पटना शहर में हुआ था इत्तिहास में उनका स्थान धर्म रक्षक और एक महान योद्धा के तौर पर क़ायम है।

(3) आज ही के दिन वर्ष 1948 में महान समाजसेवी और कार्यकर्ता प्रकाष आमटे का जन्म नागपुर में हुआ था, उन्हें “बाबा आमटे” के नाम से बहतर जाना जाता है उन्होंने अब तक पदम् श्री. ; रॅमन मॅगसेसे अवॉर्ड फॉर कम्युनिटी लीडरशिप जैसे कई पुरुस्कारोसे नवाजा जा चुका है उन्हें उनके जीवप्रेम और कार्यो के लिए भी जाना जाता है।

(4) आज ही के दिन वर्ष 1929 में अतिप्रसिद और विख्यात गुजराती साहित्यकार तारक मेहता का जन्म गुजरात के अहमदाबाद शहर में हुआ था, उन्होंने आपने जीवनभर में कई व्यवहारिक जीवन से जुड़े उपन्यास और लेख गुजराती भाषा मे लिखे, सब टी.वी का अत्यंत प्रसिद्ध दैनिक कार्यक्रम तारक मेहता का उल्टा चश्मा पर आधारित एक धारावाहिक है।

• मृतु :

(1) आज ही के दिन वर्ष 1530 में प्रथम भारतीय-मुग़ल शासक “बाबर” का निधन उत्तरप्रदेश के आगरा शहर में हुआ था, बाबर उज़्बेकिस्तान से भारत आने वाला पहला मुग़लिया शासक था उसने अगरा में आपने साम्राज्य के परचम को सर्वथम फहराया था।

(2) आज ही के दिन वर्ष 1976 में महान भारतीय हिंदी साहित्यकार और लेखक “यशपाल” का निधन दिल्ली में हुआ था, उन्होंने वास्तविक जीवन और वास्तविकता से जुड़े कई व्यंगात्मक लेख लिखे जिसमे से “लखनवी अंदाज और झूठा-सच प्रमुख कृत्या है।