देश और दुनिया के इतिहास मे 21 दिसंबर की तारीख – आज का इत्तिहास

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देश और दुनियाभर के इतिहास में आज की तारीख यानी ’21 दिसंबर’ बहुत गहरा इतिहासिक महत्व रखती है , क्योंकि आज ही के दिन कई बड़ी घटनाये घटित हुई और साथ ही अनेक महान हस्तियों का जन्म हुआ , तो चलिए आइए अब हम एक नज़र डालें आज के इत्तिहास पर।

• घटनाये :

(1) आज ही के दिन वर्ष 1898 में दो विख्यात रसायनशास्त्री पियरे और मेरी क्यूरी द्वारा सांझ अनुसंधान में उन्होंने अत्यंत रेडियोधर्मी तथा एक विचित्र से रासायनिक पदार्थ “रेडियम” की खोज की थी, प्रमरम्भ में इस पदार्थ की खोज अत्यंत क्रांतिकारी और युगान्तकारी साबित हुई तो यूरपीय और अमेरिकी चिकित्सा बाज़ारो में दवाइयों में भारी मात्रा में इस पदर्र्थ का इस्तेमाल हुआ साथ ही इसे बच्चो के चमकदार खिलोने और घड़ियों में भी इस्तेमाल किये जाने लगा परंतु मध्य 20वी शताब्दी आते-आते यह पता चला कि यह अत्यंत घातक और रेडियोधर्मी था, जिस कारण आख़िरकार ज्यादातर देशों ने इसे त्याग दिया और प्रतिबंधित वस्तु की सूची में शामिल कर दिया।

(2) आज ही के दिन वर्ष 1921 में पहली बार अमेरिकी संसद ने संविधान में संसोधन कर “अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार” को जोड़ा जिससे कि इसके उपरांत धरना प्रदर्शन तथा बजरबन्दी जैसी सीथिति को संवैधानिक तौर पर न्यायसंगत ठहराया गया।

(3) आज ही के दिन वर्ष 1949 में द्विपीय देश इंडोनेशिया पुर्तगाल के उपनिवेशिक शासन से मुख्यत होकर संप्रभु राष्ट्र बना, इंडोनसिया की आजादी उस दौर के अनुरूप थी- यह वह दौर था जब पूरे विश्व से ब्रिटेन , फ्रांस और पुर्तगली उपनिवेशों से हुकूमत के पैर उखड़ रहे थे और वैश्विक पुनर्जागरण (Global Renessance) का दौर चल रहा था।

(4) आज ही के दिन वर्ष 1962 में तत्कालीन अमरीकी राष्ट्रपति जॉन एफ़ कैनेडी और ब्रितानी प्रधानमंत्री हैरल्ड मैकमिलन ने सांझ बैठक कर एक बहुआयामी नैटो परमाणु बल (Multi Dimensional Nato Atomic Force) बनाने का निश्चय किया।

(5) आज ही के दिन वर्ष 1988 में स्कॉटलैंड की सीमा के निकट स्थित लॉकरबी शहर में एक जंबो विमान दुर्घटना का शिकार हो गया था, इस दुर्घटना में 258 यात्रिओ समेत सम्पूर्ण चालकदल के सदस्य मारे गए थे।

• जन्म :

(1) आज ही के दिन वर्ष 1922 नौर्बेआई पादरी , धर्मगुरु और राजनेता इतुबवा अम्रम का जन्म *नॉर्वे के ओस्लो शहर में हुआ था उन्होंने जीवन भर नॉर्वेयी सियासत और धर्म (ईसाइयत) में सक्रिय रूप से कार्यक्रमो और तारीखों में अपनी भूमिका अदा की, वह एक प्रांतीय राजनेता और शाही राजनीती में भी शामिल रहे।

• मृतु :

(1) आज ही के दिन वर्ष 2011 में महान भारतीय भौतिकशस्त्री और नाभिकियवैज्ञानिक (Indian Physist & Nuclear Scientist) पी.के अयंगार का निधन मुम्बई में हुआ था, उन्होंने भारतीय नाभिकीय ऊर्जा तथा प्रतिरक्षा विज्ञान में सक्रिय रूप से योगदान दिया, वह भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र के निदेशक और उसके बाद परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष रहे भी रहे साथ ही इत्तिहास में उन्हें भारत-अमेरिका असैनिक नाभिकीय सहयोग के विरुद्ध बोलने वालों में से अग्रणियों के तौर पर भी देखा जाता है।

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