मध्यप्रदेश के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल Top 5 Best Sights in Madhya Pradesh

2019

दोस्तों भारत के मध्य भाग में स्थित मध्यप्रदेश क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है यह राज्य खासकर अपनी ऐतिहासिक इमारतों और धार्मिक स्थलों के लिए जाना जाता है आज के साइकल में मैं आपको मध्यप्रदेश के कुछ सबसे अच्छे दर्शनीय स्थल बताने वाला हू।

मध्यप्रदेश Madhya Pradesh
मध्यप्रदेश के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक – सांची के स्तूप

अनुक्रम

मध्यप्रदेश के सबसे अच्छे पर्यटन स्थल (Top Sights in Madhya Pradesh)

1. सांची के स्तूप


सांची भोपाल से 46 किलोमीटर दूर बेतवा नदी के तट पर बसा एक छोटा सा नगर है यह नगर पूरे विश्व में अपनी प्राचीन इमारतों के लिए जाना चाहता है। यहां पर मौर्य काल के बौद्ध स्तूप है जो संसार की सबसे पुरानी इमारतों में से एक हैं। यहां पर छोटे बड़े आकार के कई रूप हैं लेकिन यहां का मुख्य स्तूप ही सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र है। यह स्तूप लगभग 300 ईसा पूर्व में मौर्य वंश के प्रतापी राजा सम्राट अशोक ने बनवाया था।

सांची के स्तूप बौद्ध धर्म से जुड़ी सबसे महत्वपूर्ण इमारत है। सांची भारत के उन स्थानों में से एक है जिनको यूनेस्को ने विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया है। सांची मध्यप्रदेश का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह भोपाल से 40 किलोमीटर दूर रायसेन जिले में मौजूद है। यदि आप मध्य भारत की सैर करना चाहते हैं तो आपको सांची जरूर जाना चाहिए।

मध्यप्रदेश के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक – ग्वालियर का किला

2. ग्वालियर का किला

ग्वालियर मध्यप्रदेश का एक प्रमुख नगर है। यहां पर मुख्य आकर्षण का केंद्र है ग्वालियर का किला जो कि मध्यप्रदेश का एक बहुत ही अच्छा पर्यटन स्थल माना जाता है। इस किले का निर्माण पाचवी छठवीं शताब्दी में कच्छप घात राजपूत राजा सूरजसेन ने करवाया था। हजार साल से भी ज्यादा समय से यह किला ग्वालियर में अपना अस्तित्व बनाए हुए हैं। इस किले को मुख्य रूप से बलुआ पत्थरों से बनाया गया है। इस किले को परमार, राजपूत, मराठा, सिंधिया, अंग्रेज आदि कई रियासतों ने नियंत्रण में लिया है। झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की कहानी भी इस किले से जुड़ी हुई है।

यह किला 350 फीट की ऊंचाई पर एक पठार पर स्थित है। इस तक पहुंचने के दो रास्ते हैं। पहला रास्ता ‘ग्वालियर गेट’ के नाम से जाना जाता है और दूसरे रास्ते का नाम है ‘उरवाई गेट’। ग्वालियर गेट का रास्ता पैदल यात्रियों के लिए है और उरवाई गेट का रास्ता वाहनों के लिए। ग्वालियर का किला मध्यप्रदेश की प्रमुख इमारतों में गिना जाता है। जो कि दर्शकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। और खासकर सुबह के समय इस किले की खूबसूरती देखने लायक होती है।

मध्यप्रदेश के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक – महेश्वर

3. महेश्वर

महेश्वर इंदौर हवाई अड्डे से 91 किलोमीटर दूर खरगोन जिले में मौजूद एक छोटा सा नगर है। यह भारत के सबसे प्राचीन नगरों में से एक है खासकर धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से यह एक प्रमुख नगर है जहां पर खासकर निमाड़ी भाषा बोलने वाले लोग रहते है। धार्मिक मान्यता के अनुसार महेश्वर शहर की स्थापना हैहयवंशी राजा सहस्त्रार्जुन ने की थी। उस समय इसको माहिष्मती के नाम से जाना जाता था। इस नगर का उल्लेख रामायण और महाभारत में भी किया गया है। कालांतर में होलकर वंश की महारानी अहिल्याबाई ने इस नगर को अपनी राजधानी बनाया था।

नर्मदा के तट पर बना हुआ महेश्वर का किला इसका प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। किले के अंदर रानी अहिल्याबाई की राजगद्दी पर बैठी हुई एक प्रतिमा स्थापित है। इसके अलावा यहां नर्मदा घाट पर बने हुए शिवजी के कई मंदिर प्रसिद्ध हैं। जिनमें से कालेश्वर, राजराजेश्वर, विठ्ठलेश्वर और अहिलेश्वर मंदिर प्रमुख है। इन सबके अलावा यह नगर विश्व प्रसिद्ध महेश्वरी साड़ियों के लिए भी जाना जाता है। 18 वीं शताब्दी में हैदराबादी बुनकरों ने महेश्वरी साड़ियों की शुरुआत की थी जो आज भी भारत सहित देश विदेश में प्रसिद्ध है। ये मध्यप्रदेश का सबसे ज्यादा सुंदर और मनोरम स्थान है।

मध्यप्रदेश के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक – राजवाड़ा महल इंदौर

4. राजवाड़ा महल इंदौर

इंदौर शहर में मौजूद राजवाड़ा महल इंदौर की एक प्रसिद्ध इमारत है। इस 7 मंजिला इमारत का निर्माण 18 वीं शताब्दी में इंदौर के होल्कर वंश ने करवाया था। यह इमारत फ्रेंच, मुगल और मराठा आर्किटेक्चर का मिलाजुला रूप है। यह इमारत 7 मंजिल की है नीचे की तीन मंजिल मार्बल की बनी हुई हैं और ऊपर की चार मंजिल सागौन की लकड़ी से बनी हुई है। राजवाड़े का प्रवेश द्वार 6.7 मीटर ऊंचा है जिसे हिंदू शैली की तर्ज पर बनाया गया। राजवाड़े के ठीक सामने एक सुंदर और हराभरा बगीचा है और इस बगीचे के बीच में महारानी अहिल्याबाई की एक प्रतिमा बनी हुई है।


सन 1801 में सिंधिया सेनापति सरजेराव घाटगे ने इंदौर पर आक्रमण कर दिया और इस जिले के एक बड़े भाग पर कब्जा कर लिया। 1834 में इस इमारत में आग लग जाने के कारण इसके ऊपर की मंजिल पूरी तरह से चल गई थी। 1984 में लोगों ने मिलकर इस इमारत को आग लगा दी थी। बाद में सन 2006 में उषादेवी होल्कर ने इसका पुनर्निर्माण शुरू करवाया। और 2007 तक इसका पुननिर्माण पूरा हो गया। अभी के समय में यह इंदौर की शान कहा जाता है।


इंदौर की साफ सफाई के बारे में तो आप जानते ही होंगे। राजवाड़े के आसपास का क्षेत्र जिसे राजवाड़ा मार्केट कहा जाता है यह भी अपनी साफ सफाई के लिए काफी मशहूर है। ये मध्यप्रदेश का सबसे ज्यादा सुंदर और मनोरम स्थान है।

मध्यप्रदेश के सबसे अच्छे पर्यटन स्थलों में से एक – भेड़ाघाट

5. भेड़ाघाट

भेड़ाघाट जबलपुर जिले में स्थित एक बहुत ही ज्यादा सुंदर स्थान है। सही मायनों में कहा जाए तो ये मध्यप्रदेश का सबसे ज्यादा सुंदर और मनोरम स्थान है। वास्तव में यहां से नर्मदा नदी बहती है जिसके दोनों और संगमरमर की ऊंची ऊंची चट्टाने है।‌ नर्मदा नदी का पानी इन्हीं चट्टानों के बीच से बहता है जो कि एक बहुत ही मनोरम प्राकृतिक दृश्य का निर्माण करता है। इस जगह की खास बात यह है कि चांदनी रात में यहां की संगमरमर की चट्टानें बिल्कुल चांदी के जैसी प्रतीत होती हैं और उनके बीच से बहता नर्मदा का पानी, जिससे एक बहुत ही ज्यादा सुंदर दृश्य निर्मित होता है।

इसी नर्मदा के तट पर 64 योगिनी दुर्गा मंदिर है जहां से नर्मदा नदी का एक अद्भुत प्राकृतिक दृश्य प्राप्त होता है। प्रकृति का ऐसा ही एक और दृश्य भेड़ाघाट में धुआंधार वॉटरफॉल पर भी मिलता है जहां पर नर्मदा नदी का पानी एक प्रपात के रूप में गिरता है और धुएं के जैसा प्रतीत होता है इसीलिए इसको धुआंधार प्रपात कहा जाता है।

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